सूचना पर जिला रेपिड रेसपोंस टीम व सीएचसी सारथल की रेपिड रेस्पोंस टीम ने प्रभावित क्षेत्र कल्पा जागीर तालाब मनरेगा साइट का दौरा किया। वहां 57 मरीज शरीर पर चकत्ते व खुजली के मिले।
-घरों पर आइसोलेट रहने की दी सलाह
-चिकनपॉक्स की आशंका के तहत शुरू किया उपचार
बारां. छीपाबडौद. काल्पा जागीर गांव में मनरेगा के तहत तालाब गहराई करण कार्य के दौरान संक्रमण फैलने से करीब 5 दर्जन मजदूरों की तबीयत बिगड़ गई। एक साथ बड़ी संख्या में मजदूरों की तबीयत बिगडऩे से गांव के लोग अज्ञात बीमारी का संक्रमण फैलने की आशंका के चलते सकते में आ गए। सूचना पर प्रशानिक हलकों में सनसनी फैल गई। बाद में स्वास्थ्य विभाग की रेपिड रेस्पोंस टीम प्रभावित क्षेत्र कल्पा जागीर तालाब मनरेगा साइट पर पहुंची। यहां 57 मनरेगा मजदूरों के शरीर पर चकत्ते व खुजली की शिकायत मिली। जांच में संभावित बीमारी चिकनपॉक्स होना मानते हुए इसके तहत मरीजों को आवश्यक दवाईयां देकर उपचार किया तथा घरों पर आइसोलेट रहने की सलाह दी गई। प्रभावित क्षेत्र में करीब 1800 लोगों की आबादी है। मनरेगा साइट पर 110 मजदूर स्वीकृत है। इसमें से प्रतिदिन औसतन 70-80 मरीज कार्यस्थल पर पहुंचते हैं।
पानी और मिट्टी के लिए सेंपल
जानकारी अनुसार मनरेगा के तहत तालाब पर खुदाई कर रहे महिला-पुरूष मजदूरों के शरीर पर लाल दाने, चकत्ते के निशान और खुजली की शिकायत हुई। पंचायत समिति सदस्य मांगीलाल गांगटी ने मौके पर पहुंच घटना की जानकारी प्रशासन को दी। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। चिकित्सा टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की और तालाब के पानी ओर मिट्टी के सेंपल लिए। सेंपलों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
गांव में घर-घर सर्वे
चिन्हित मरीजों को गरम पानी से कपड़े धोने व धुप में सुखाने और बिस्तर भी गरम पानी से धोने व धुप में सुखाने की सलाह दी गई। नहाने के लिए भी गरम पानी का उपयोग करने की सलाह दी गई। लोगोंं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। मरीजों की पहचान के लिए दोनों गांवों कल्पा जागीर और नयापुरा में घर-घर सर्वे के लिए 3 मेडिकल टीमों का गठन कर सर्वे शुरू किया गया है। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है। कोई मरीज गम्भीर नहीं है।
चिकनपॉक्स के मरीज मिले, स्थिति नियंत्रण में
सीएमएचओ डॉ. संजीव सक्सेना ने बताया कि सूचना पर जिला रेपिड रेसपोंस टीम व सीएचसी सारथल की रेपिड रेस्पोंस टीम ने प्रभावित क्षेत्र कल्पा जागीर तालाब मनरेगा साइट का दौरा किया। वहां 57 मरीज शरीर पर चकत्ते व खुजली के मिले। मनरेगा मजदूर तालाब गहराई के लिए खुदाई कर रहे थे। इसी दौरान संक्रमण की शिकायत हुई। फिलहाल दवा देकर आइसोलेट रहने की सलाह दी है। गांव में सर्वे कराया जा रहा है। स्थिति नियंत्रण में है।