झगड़े की आशंका को लेकर एक परिवार ने सदर थाने में परिवाद दिया था। पुलिस व प्रशासन ने गांव पहुंचकर शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम सम्पन्न करवाया।
पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में शांति से निकल गई बिन्दोरी
लेवा गांव का मामला : झगड़े की आशंका के चलते प्रशासन था सतर्क
बारां. सदर थाना क्षेत्र के लेवा गांव में दलित समाज के दूल्हों को घोड़ी पर बैठाकर बिन्दोरी नहीं निकलने देने की आंशका के चलते रविवार को पुलिस का सख्त पहरा रहा। झगड़े की आशंका को लेकर एक परिवार ने सदर थाने में परिवाद दिया था। पुलिस व प्रशासन ने गांव पहुंचकर शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम सम्पन्न करवाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लेवा गांव निवासी चौथमल बैरवा ने सदर थाने में परिवाद दिया था। इसमें बताया गया था कि उसकी दो पुत्रियों की शादी 8 जून को है। उनकी एक बारात उमरहेड़ी तहसील कनवास जिला कोटा तथा दूसरी अन्ता क्षेत्र के हापाहेड़ी गांव से लेवा गांव में 8 जून को आएगी। दोनों के दूल्हे लेवा में घोड़ी पर सवार होकर बिन्दोरी जुलूस से आएंगे। परिवाद में बताया कि गांव के कुछ प्रभावशाली व असामाजिक लोगो द्वारा घोड़ी पर बैठकर आने का विरोध किया जा सकता है तथा लड़ाई झगड़ा होने का पूरा पूरा अंदेशा बना हुआ है। मामले को लेकर शनिवार को भी पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने गांव में पहुंचकर समझाइश की थी। वही रविवार को पुलिस व प्रशासन की मौजूदगी में बिन्दोरी निकाली गई।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले को पुलिस व प्रशासन के अधिकारियो ने गंभीरता से लेते हुए रविवार को लेवा गांव में पहुंचकर बिन्दोरी को शांतिपूर्ण निकलवाया। इस दौरान बारां एसडीएम बनवारी लाल बैरवा, तहसीलदार दशरथ ङ्क्षसह, पुलिस उपाधीक्षक अन्ता श्योजी लाल मीणा, शाहाबाद उपाधीक्षक रिछपाल मीणा, बारां उपाधीक्षक ओमेन्द्र ङ्क्षसह, सदरथानाधिकारी हीरालाल पूनिया, कोतवाली सीआई योगेश चौहान, मांगरोल थानाधिकारी महेन्द्र मीणा तथा केलवाड़ा थानाधिकारी मानङ्क्षसह मीणा, जाब्ता मौजूद रहा। एएसपी चौधरी ने बताया कि गांव में बारात विदा होने तक एहतियात के तौर पर जाब्ता तैनात रहेगा।