बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली आवास पर हुई अंधाधुंध फायरिंग के करीब दो महीने बाद जिला प्रशासन ने उनके पिता और रिटायर्ड सीओ जगदीश पाटनी की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उन्हें फायरआर्म लाइसेंस जारी कर दिया है। डीएम अवनीश सिंह ने सभी जांच-पड़ताल और औपचारिकताएँ पूरी होने के बाद रिवॉल्वर/पिस्टल का लाइसेंस मंजूर किया।
बरेली। बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली आवास पर हुई अंधाधुंध फायरिंग के करीब दो महीने बाद जिला प्रशासन ने उनके पिता और रिटायर्ड सीओ जगदीश पाटनी की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उन्हें फायरआर्म लाइसेंस जारी कर दिया है। डीएम अवनीश सिंह ने सभी जांच-पड़ताल और औपचारिकताएँ पूरी होने के बाद रिवॉल्वर/पिस्टल का लाइसेंस मंजूर किया।
11-12 सितंबर 2025 की रात बाइक सवार बदमाश दिशा पाटनी के बारादरी स्थित घर पर पहुंचे और ताबड़तोड़ 10 राउंड फायरिंग की। उस समय घर में उनकी बहन पूर्व आर्मी अफसर खुशबू पाटनी, माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे। फायरिंग के दौरान जब जगदीश पाटनी बालकनी में पहुंचे, तो हमलावरों ने उन पर भी गोली दाग दी। जगदीश ने फर्श पर लेटकर किसी तरह अपनी जान बचाई। पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हुई और फुटेज वायरल हुई थी।
फायरिंग की जिम्मेदारी रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ ने सोशल मीडिया पोस्ट में ली। दोनों कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े बताए गए। फेसबुक पोस्ट में उन्होंने दावा किया कि संत प्रेमानंद महाराज और कथावाचक अनिरुद्धाचार्य पर की गई टिप्पणी से नाराज होकर उन्होंने ये हमला किया। पोस्ट में लिखा था यह सिर्फ ट्रेलर है। जिससे परिवार में दहशत का माहौल बन गया।
गैंग ने दिशा की बहन खुशबू पाटनी के बयान को हमले की वजह बताया। घटना से कुछ हफ्ते पहले खुशबू ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के महिलाओं और लिव-इन रिलेशनशिप पर आपत्तिजनक बयान पर कड़ा रिएक्शन देते हुए कहा था कि ऐसे लोगों का तो मैं मुंह तोड़ दूंगी। इसे मंच मिलना ही नहीं चाहिए। गैंग ने इसी बयान के विरोध में वारदात को अंजाम देने की धमकी दी थी।
फायरिंग के बाद से पाटनी परिवार की सुरक्षा बढ़ाई गई है। पुलिस ने घर के आसपास निगरानी बढ़ाई है और जांच एजेंसियां लगातार सुराग खंगाल रही हैं। अब शस्त्र लाइसेंस मिलने से जगदीश पाटनी अपनी और परिवार की सुरक्षा को लेकर राहत महसूस कर रहे हैं, मगर वारदात का खौफ अभी भी परिवार के चेहरों पर साफ झलकता है।