शहर में ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए बरेली पुलिस ने तीन दिन तक सख्त अभियान चलाया। धार्मिक और सार्वजनिक स्थानों पर लगे अवैध लाउडस्पीकरों के खिलाफ की गई इस कार्रवाई में 400 से ज्यादा लाउडस्पीकर उतरवाए गए, जबकि कई जगहों की आवाज मानक के भीतर कराई गई।
बरेली। शहर में ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए बरेली पुलिस ने तीन दिन तक सख्त अभियान चलाया। धार्मिक और सार्वजनिक स्थानों पर लगे अवैध लाउडस्पीकरों के खिलाफ की गई इस कार्रवाई में 400 से ज्यादा लाउडस्पीकर उतरवाए गए, जबकि कई जगहों की आवाज मानक के भीतर कराई गई। नियम तोड़ने वालों पर 24 मुकदमे दर्ज हुए।
यह अभियान 8 से 10 नवंबर तक चला। पुलिस टीमों ने शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक धार्मिक स्थलों और बाजारों में लगे ध्वनि विस्तारक यंत्रों की जांच की। आंकड़ों के मुताबिक, तीन दिन में 2114 स्थानों की चेकिंग हुई। इनमें 1306 जगह लाउडस्पीकर मानकों के विपरीत पाए गए। इनमें से 893 की आवाज कम कराई गई, जबकि 413 लाउडस्पीकर मौके से हटाए गए।
एसएसपी अनुराग आर्य का कहना है कि हर जगह धार्मिक आजादी का सम्मान है, लेकिन शोर-शराबे की आड़ में किसी की शांति भंग नहीं होने दी जाएगी। रात 10 बजे के बाद लाउडस्पीकर बजाने पर सख्त रोक है और आगे भी इस पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
अभियान के दौरान कई जगह पुलिस ने लोगों को समझाया कि तेज आवाज से न सिर्फ बुजुर्ग और बच्चे प्रभावित होते हैं, बल्कि पढ़ाई-लिखाई और बीमारी से जूझ रहे लोगों को भी दिक्कत होती है। पुलिस ने अपील की है कि धार्मिक आयोजन और सार्वजनिक कार्यक्रम तय नियमों के तहत ही करें, ताकि माहौल शांत और सौहार्दपूर्ण बना रहे।