जिले की सीएम डैशबोर्ड पर रैंकिंग लगातार गिरने से जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने मंगलवार को कैंप कार्यालय में बुलाई बैठक में अफसरों की जमकर क्लास लगाई। डीएम ने साफ कहा कि जिन विभागों की वजह से रैंकिंग बिगड़ी है, उनसे स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा।
बरेली। जिले की सीएम डैशबोर्ड पर रैंकिंग लगातार गिरने से जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने मंगलवार को कैंप कार्यालय में बुलाई बैठक में अफसरों की जमकर क्लास लगाई। डीएम ने साफ कहा कि जिन विभागों की वजह से रैंकिंग बिगड़ी है, उनसे स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा।
बैठक में खुलासा हुआ कि एनआरएलएम, फैमिली आईडी, पंचायत, निपुण परीक्षा, सड़क निर्माण, कौशल विकास, समाज कल्याण, कृषि, उद्यान और बेसिक शिक्षा जैसे विभाग अपेक्षित काम नहीं कर पाए हैं। इसी वजह से जिले की परफॉर्मेंस प्रभावित हुई है। एनआरएलएम के तहत रिवॉल्विंग फंड वितरण में कमी पाई गई। इस पर डीएम ने अफसरों को सख्त लहजे में निर्देश दिए कि बैंक और विभाग आपसी तालमेल बनाकर समय पर फंड जारी कराएं, ताकि लक्ष्य पूरे किए जा सकें।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के इंडीकेटर को अगस्त से जोड़ा गया है। पिछले महीने विवाह न होने के चलते रैंकिंग गिर गई। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि 22 और 23 सितंबर को हर हाल में सामूहिक विवाह कार्यक्रम कराए जाएं, ताकि इस माह के लक्ष्यों की पूर्ति हो सके। समीक्षा में पाया गया कि रुहेलखंड नहर, खनन, कृषि और परिवहन विभाग की राजस्व वसूली लक्ष्य से काफी पीछे है। स्वामित्व योजना की प्रगति भी 70 से घटकर 69 फीसदी रह गई है। इतना ही नहीं, आईजीआरएस पोर्टल पर भी जिले की रैंकिंग एक प्रतिशत नीचे आ गई है।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को दो टूक चेतावनी दी कि काम में लापरवाही अब और बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि विभाग तुरंत सुधार करें, वरना कड़ी कार्रवाई होगी। बैठक में एडीएम प्रशासन पूर्णिमा सिंह, एडीएम (वित्त/राजस्व) संतोष बहादुर सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी, डीसी एनआरएलएम, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, कृषि अधिकारी और समाज कल्याण अधिकारी समेत तमाम विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।