शहर की सड़कों पर रफ्तार के दीवाने और नियमों को धत्ता बताकर वाहन चलाने वालों की अब खैर नहीं है। आरटीओ विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए जनवरी से लेकर नवंबर माह तक जिले के 153 ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिए हैं। जिसमें 72 लाइसेंस प्रदेश में और 81 लाइसेंस अन्य प्रदेश में 81 सस्पेंड किए हैं।
बरेली। शहर की सड़कों पर रफ्तार के दीवाने और नियमों को धत्ता बताकर वाहन चलाने वालों की अब खैर नहीं है। आरटीओ विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए जनवरी से लेकर नवंबर माह तक जिले के 153 ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिए हैं। जिसमें 72 लाइसेंस प्रदेश में और 81 लाइसेंस अन्य प्रदेश में 81 सस्पेंड किए हैं। आरटीओ का यह अभियान लगातार जारी है और चेतावनी साफ है ट्रैफिक नियम तोड़े तो सीधे कार्रवाई होगी।
आरटीओ पंकज सिंह ने बताया कि सड़क हादसों, ओवरस्पीड, गलत ओवरटेकिंग, स्टंटबाजी और नशे में वाहन चलाने की बढ़ती घटनाओं के बीच विभाग ने ताबड़तोड़ सख्ती दिखाई है। वहीं सड़क सुरक्षा अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि लापरवाह ड्राइविंग किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आरटीओ कार्यालय ने जिन महीनों में लाइसेंस निलंबित किए, उसकी लिस्ट चौंकाने वाली है-
-जनवरी : 7
-फरवरी : 13
-मार्च : 10
-अप्रैल : 5
-मई : 4
-जून : 11
-जुलाई : 23
-अगस्त : 5
-सितंबर : 50
-अक्टूबर : 18
-नवंबर : 7
सबसे ज्यादा कार्रवाई सितंबर में हुई, जिसमें अकेले अन्य राज्यों में ही 40 लाइसेंस निलंबित किए गए। यह बताता है कि गलत ड्राइविंग सिर्फ बरेली में ही नहीं बल्कि प्रदेश के बाहर भी फैली आदत है।
आरटीओ पंकज सिंह का कहना है कि आगे की कार्रवाई और तेज की जा रही है। जरूरत पड़ने पर लाइसेंस सिर्फ निलंबित ही नहीं, स्थायी रूप से निरस्त भी किए जाएंगे। विभाग ने चेतावनी दी है कि शराब पीकर वाहन चलाने, स्टंटबाजी, सड़क पर मनचाहा ड्राइविंग दिखाने वालों की अब खैर नहीं। आरटीओ ने जनता से अपील की कि ट्रैफिक नियमों का पालन करें, क्योंकि एक गलती किसी की जान ले सकती है और किसी का भविष्य बर्बाद कर सकती है। सड़क सुरक्षा व्यक्तिगत जिम्मेदारी के साथ सामाजिक कर्तव्य भी है।