बरेली में डीएम के आदेश पर अवैध खनन और ओवरलोडिंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने आधी रात छापेमारी कर भाजपा जिलाध्यक्ष समेत कई ट्रांसपोर्टरों के 23 डंपर सीज किए। जांच के दौरान भाजपा झंडा लगी बोलेरो छोड़कर आरोपी फरार हो गए, जिसे पुलिस ने सीज कर दिया।
बरेली। अवैध खनन और ओवरलोडिंग को लेकर डीएम अविनाश सिंह के आदेश पर एक स्पेशल ड्राइव चलाई गई। एसडीएम, खनन अधिकारी, पीटीओ और पुलिस की संयुक्त टीम ने रविवार आधी रात को उत्तराखंड से बरेली आने वाले डंपर और ट्रकों की जांच की। भोजीपुरा टोल प्लाजा से लेकर इज्जतनगर तक टीमों ने छापेमारी कर जांच पड़ताल की। इसमें भाजपा जिलाध्यक्ष समेत कई ट्रांसपोर्टरों के 23 डंपर सीज किये गये हैं। इसके अलावा भाजपा झंडा लगी एक बोलेरो को भी सीज किया गया है।
इज्जतनगर के बैरियर नंबर-1 पर चलाए गए इस संयुक्त अभियान में खनन विभाग, परिवहन विभाग और पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर एक-एक वाहन की सघन जांच की। जांच में खुलासा हुआ कि ट्रक और डंपर न सिर्फ बिना वैध परमिट चल रहे थे, बल्कि तय क्षमता से कहीं अधिक भार लेकर सड़कें रौंद रहे थे। अभियान का नेतृत्व खान अधिकारी की टीम ने किया। मौके पर एसडीएम सदर प्रमोद कुमार, नायब तहसीलदार सदर, पीटीओ रमेश चंद्र, इज्जतनगर इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह समेत भारी पुलिस बल मौजूद रहा। अधिकारियों की सख्ती देखकर मौके पर अफरा-तफरी मच गई और अवैध कारोबारियों में हड़कंप मच गया। पुलिस को देखकर भाजपा झंडा लगी बोलेरो को छोड़कर लोग फरार हो गये। इज्जतनगर पुलिस ने गाड़ी को सीज कर दिया है। गाड़ी और डंपर भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुरजीत सिंह की बताई जा रही है।
खनन अधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि अवैध खनन और ओवरलोडिंग से सरकार को भारी राजस्व नुकसान होता है, साथ ही सड़क दुर्घटनाओं और पर्यावरणीय क्षति का खतरा भी बढ़ता है। कानून तोड़ने वालों के लिए जिले में कोई जगह नहीं है। सीज किए गए सभी 23 वाहनों को थाना इज्जतनगर के सुपुर्द कर दिया गया है। संबंधित धाराओं में चालान, भारी जुर्माना और अन्य कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। परिवहन और खनन विभाग अवैध नेटवर्क की गहन जांच में जुट गया है। वहीं करीब आठ डंपर टीमों को चकमा देकर फरार हो गये। सोमवार को पूरे दिन उन गाड़ियों को लेकर खोजबीन की गई।