बरसों से थानों और पेशी दफ्तरों की अलमारियों में सड़ रहे मुकदमों पर आखिरकार बरेली पुलिस ने करारा प्रहार कर दिया है। एसएसपी अनुराग आर्य की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत चले एक माह के विशेष अभियान में पुलिस ने 2314 आरोप पत्र और फाइनल रिपोर्टें अदालतों में दाखिल कर नया रिकॉर्ड कायम कर दिया।
बरेली। बरसों से थानों और पेशी दफ्तरों की अलमारियों में सड़ रहे मुकदमों पर आखिरकार बरेली पुलिस ने करारा प्रहार कर दिया है। एसएसपी अनुराग आर्य की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत चले एक माह के विशेष अभियान में पुलिस ने 2314 आरोप पत्र और फाइनल रिपोर्टें अदालतों में दाखिल कर नया रिकॉर्ड कायम कर दिया।
एसएसपी अनुराग आर्य खुद इस महाअभियान की कमान संभाले रहे। सुस्ती पर फटकार, तेजी पर तारीफ और पुलिसिंग में ढिलाई की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी गई। यही कारण रहा कि थानों में हरकत दिखी, फाइलें दौड़ीं और कोर्ट में चार्जशीट की बाढ़ आ गई।
जिले के उत्तरी क्षेत्र से 1395 केस कोर्ट पहुंचे, नगर क्षेत्र से 595 केस दाखिल, दक्षिणी क्षेत्र से 324 केस निस्तारित, कुल 2314 केस शत-प्रतिशत कार्रवाई की गई। वहीं सर्किलों में सबसे आगे रहा बहेड़ी सर्किल रहा, जहां 867 लंबित केस निपटा दिए गए। इसके बाद हाईवे सर्किल 406 और नगर तृतीय में 280 केस निपटाए।
थाना बहेड़ी ने 510 मामलों में चार्जशीट ठोककर बाकी थानों को पीछे छोड़ दिया। इसके बाद भोजीपुरा 188, शेरगढ़ 170, देवरनियां 148, बारादरी 147, इज्जतनगर 127, फतेहगंज पश्चिमी थाने ने 120 केस निपटाए।
इस अभियान से साफ संदेश गया है कि अब फाइलें दबाकर बैठने का दौर खत्म हो चुका है। चार्जशीट समय पर जाएगी, मुकदमा चलेगा और अपराधी कानून के शिकंजे में आएगा। बरेली पुलिस के इस आक्रामक एक्शन से न सिर्फ अदालतों में लंबित मामलों का बोझ घटेगा, बल्कि आम जनता का भरोसा भी मजबूत होगा। कुल मिलाकर एसएसपी अनुराग आर्य का यह अभियान अपराधियों के लिए चेतावनी और पुलिस सिस्टम के लिए बड़ा टर्निंग पॉइंट बन गया है।