भारत निर्वाचन आयोग ने निष्क्रिय राजनीतिक दलों पर सख्त कार्रवाई करते हुए बरेली की मौलाना तौकीर रजा की इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) समेत कुल 121 दलों का पंजीकरण रद्द कर दिया है। आयोग के अनुसार इन दलों ने 2019 से लगातार छह साल तक न विधानसभा चुनाव लड़ा और न ही लोकसभा चुनाव में हिस्सा लिया।
बरेली। भारत निर्वाचन आयोग ने निष्क्रिय राजनीतिक दलों पर सख्त कार्रवाई करते हुए बरेली की मौलाना तौकीर रजा की इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) समेत कुल 121 दलों का पंजीकरण रद्द कर दिया है। आयोग के अनुसार इन दलों ने 2019 से लगातार छह साल तक न विधानसभा चुनाव लड़ा और न ही लोकसभा चुनाव में हिस्सा लिया। इस कारण अब इनके राजनीतिक दल के रूप में कोई औचित्य नहीं बचा और इन्हें मिलने वाले सभी सरकारी लाभ भी समाप्त हो गए हैं।
आईएमसी पर यह कदम खासा चर्चा में है, क्योंकि यह दल तौकीर रजा के नेतृत्व में अक्सर सुर्खियों में रहा है। पार्टी के मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी ने बताया कि चुनाव आयोग का नोटिस मिलने पर पार्टी ने अपना पक्ष पहले ही रखा था। उन्होंने कहा कि रद्द होने की आधिकारिक सूचना अभी तक नहीं मिली है और आगे की रणनीति कानूनी रास्ते पर तय की जाएगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि आदेश से असंतुष्ट कोई भी दल 30 दिन के अंदर भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली में अपील कर सकता है। चुनाव आयोग की इस कार्रवाई को निष्क्रिय दलों को हटाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। इससे साफ संदेश जाता है कि राजनीति में सक्रिय रहने वाले ही दलों को ही महत्व मिलेगा।