उत्तर प्रदेश ट्रांसपोर्ट यूनियन ने शुक्रवार को अपना दायरा बढ़ाते हुए शहर के नामी-गिरामी व्यापारियों को संगठन में शामिल कर लिया। मकसद साफ है कि ट्रांसपोर्टरों की ताकत को व्यापारियों के अनुभव से जोड़ना और विभागों की मनमानी पर नकेल कसना। प्रेसवार्ता में यूनियन नेताओं ने साफ कहा कि ट्रांसपोर्टर भी एक व्यापारी है, लेकिन उन्हें सिस्टम में सबसे कमजोर समझा जाता है।
बरेली। उत्तर प्रदेश ट्रांसपोर्ट यूनियन ने शुक्रवार को अपना दायरा बढ़ाते हुए शहर के नामी-गिरामी व्यापारियों को संगठन में शामिल कर लिया। मकसद साफ है कि ट्रांसपोर्टरों की ताकत को व्यापारियों के अनुभव से जोड़ना और विभागों की मनमानी पर नकेल कसना। प्रेसवार्ता में यूनियन नेताओं ने साफ कहा कि ट्रांसपोर्टर भी एक व्यापारी है, लेकिन उन्हें सिस्टम में सबसे कमजोर समझा जाता है। अब ये धारणा बदलेगी। बरेली में व्यापारी नेताओं को संगठन से जोड़कर ट्रांसपोर्टरों की आवाज को और बुलंद करने की तैयारी कर ली गई है।
ट्रांसपोर्ट यूनियन में शामिल किए गए व्यापारी नेताओं में विशाल मेहरोत्रा को संरक्षक, राजकुमार राजपूत को जिला प्रभारी, अनिल अग्रवाल को जिलाध्यक्ष, विशाल गोयल को जिला महामंत्री और नवी यार खां को जिला कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।
महानगर अध्यक्ष रामकृष्ण शुक्ला ने प्रेसवार्ता में आरटीओ विभाग को जमकर घेरा। उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग के अफसर जानबूझकर ट्रांसपोर्टरों को ओवरलोड ट्रक चलवाते हैं और फिर चालान व कार्रवाई के नाम पर उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। शुक्ला ने कहा कि सीमेन्ट की ढुलाई के लिए अवैध रूप से ट्रॉलियां चलाई जा रही हैं, जिससे स्थानीय ट्रांसपोर्टरों का काम ठप हो गया है। आज ट्रांसपोर्टर की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि कई लोगों के परिवार भूखे मरने की नौबत में हैं।
यूनियन पदाधिकारियों ने सीएम योगी आदित्यनाथ के उन निर्देशों का हवाला दिया जिसमें उन्होंने विभागों को व्यापारियों और ट्रांसपोर्टरों के साथ तालमेल से काम करने को कहा है। यूनियन का दावा है कि अगर विभाग ईमानदारी से काम करें, तो ट्रांसपोर्ट व्यापार न सिर्फ मजबूत होगा बल्कि सरकारी राजस्व में भी भारी इजाफा होगा। प्रेसवार्ता के दौरान रामकृष्ण शुक्ला, दीपक द्विवेदी, प्रभजीत सिंह, राजन सिंह, फरहत अली, जिशान खान, सनी बग्गा और लईक अहमद समेत संगठन के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।