बरेली

उर्दू अनुवादकों पर गिरी गाज, 4600 ग्रेड पे निरस्त, दस कर्मचारियों से वेतन भत्तों की वसूली शुरू

विकास विभाग में तैनात उर्दू अनुवादकों को तीसरी एसीपी के तहत 4600 ग्रेड पे का दिया गया लाभ अब उनके लिए मुसीबत बन गया है। डीडीओ दिनेश कुमार यादव ने मंडल भर के दस अनुवादकों—जिनमें से कुछ सेवानिवृत्त भी हैं—से अतिरिक्त वेतन और भत्तों की वसूली का आदेश जारी कर दिया है।

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Dec 06, 2025

बरेली। विकास विभाग में तैनात उर्दू अनुवादकों को तीसरी एसीपी के तहत 4600 ग्रेड पे का दिया गया लाभ अब उनके लिए मुसीबत बन गया है। डीडीओ दिनेश कुमार यादव ने मंडल भर के दस अनुवादकों—जिनमें से कुछ सेवानिवृत्त भी हैं—से अतिरिक्त वेतन और भत्तों की वसूली का आदेश जारी कर दिया है। ब्लॉकों के खंड विकास अधिकारियों को नोटिस भेजते हुए स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि लाभ प्राप्त करने वाले अनुवादकों से रिकवरी सुनिश्चित कर रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए। आदेश की प्रति आयुक्त ग्राम्य विकास, सीडीओ और मुख्य कोषाधिकारी कार्यालय को भी भेजी गई है।

मामले की शुरुआत पिछले साल दिसंबर से हुई थी, जब तत्कालीन कृषि एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी राम आसरे गंगवार ने जांच में पाया कि उर्दू अनुवादकों को 4200 की जगह त्रुटिपूर्ण तरीके से 4600 ग्रेड पे पर तीसरी एसीपी का लाभ दे दिया गया था। गंगवार ने इस संबंध में आयुक्त, जिलाधिकारी और सीडीओ को रिकवरी और अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव भी भेजा था, मगर अफसरों ने उस समय इसे मानने से इनकार कर दिया। मामला तब और गंभीर हुआ जब सेवानिवृत्त उर्दू अनुवादक इंतसाब हैदर की 4600 ग्रेड पे के आधार पर पेंशन स्वीकृति फाइल संयुक्त निदेशक कोषागार एवं पेंशन ने यह कहते हुए खारिज कर दी कि “26 वर्ष की सेवा पर तीसरी एसीपी स्वीकृत करके वेतन निर्धारण किया जाना त्रुटिपूर्ण प्रतीत होता है।”

संयुक्त निदेशक की इस टिप्पणी के बाद भी विभागीय अफसरों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, लेकिन हाल ही में आयुक्त ग्राम्य विकास के संज्ञान लेने पर मामले ने रफ्तार पकड़ी। आयुक्त ने मंडल के सभी उर्दू अनुवादकों का रिकॉर्ड तलब किया और इसके बाद डीडीओ ने कार्रवाई को अंतिम रूप देते हुए स्पष्ट कर दिया कि “उर्दू अनुवादकों को तीसरी एसीपी का लाभ देय नहीं था, भुगतान 4200 ग्रेड पे के हिसाब से किया जाना चाहिए था।”

अब आदेश जारी होने के बाद विभाग में हड़कंप मचा है, क्योंकि ग्रेड पे संशोधन के साथ-साथ कई वर्षों का अतिरिक्त भुगतान वापस लिया जाएगा।

कार्रवाई की जद में आए ये अनुवादक

जिन अनुवादकों को 4600 ग्रेड पे दिया गया था, उनका लाभ निरस्त कर दिया जाएगा और उन्हें पुनः 4200 ग्रेड पे पर लाया जाएगा। इनमें शामिल हैं—

सेवानिवृत्त अनुवादक इंतसाब हैदर

आलमपुर जाफराबाद: शकील हसन खां

भोजीपुरा: मो. जाहिद खां

मझगवां: ताहिर हुसैन

शेरगढ़: आफताब अहमद

बिथरी चैनपुर: इफ्तेखार हुसैन

डीडीओ कार्यालय: कमर अब्बास जैदी

शबाना बी, अहमद मलिक (फतेहगंज पश्चिमी), आमिर खां (दमखोदा)

इन सभी को बढ़ा हुआ ग्रेड पे वापस करते हुए अतिरिक्त वेतन–भत्तों की वसूली की जाएगी।

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