पचपदरा की निर्माणाधीन रिफाइनरी में चार दिन पहले घुसे तेंदुएं की करीब तीन दिन से वनविभाग की रेस्क्यू टीम तलाश कर रही है। चार पिंजरों में बकरे बांधकर रखे हैं, ताकि तेंदुआ इस ओर बढ़े तो झपट लिया जाए।
बाड़मेर। पचपदरा की निर्माणाधीन रिफाइनरी में चार दिन पहले घुसे तेंदुएं की करीब तीन दिन से वनविभाग की रेस्क्यू टीम तलाश कर रही है। चार पिंजरों में बकरे बांधकर रखे हैं, ताकि तेंदुआ इस ओर बढ़े तो झपट लिया जाए। दर्जनों सीसीटीवी कैमरे पूरे रिफाइनरी क्षेत्र में दिनरात एक्टिव मोड पर हैं। बुधवार और गुरुवार को तो तेंदुआ नजर आया था, लेकिन इसके बाद नहीं।
रिफाइनरी के 4400 एकड़ क्षेत्रफल में तेंदुआ यहां पड़े बड़े-बड़े पाइप का फायदा उठाकर उसमें छुप कर बैठा है। बुधवार को रिफाइनरी में तेंदुआ ने एक श्रमिक को घायल कर दिया था। इसके बाद वह एक जगह नजर भी आया था। तेंदुआ आने पर रिफाइनरी क्षेत्र में दहशत फैल गई थी। वनविभाग की रेस्क्यू टीम पहुंची और चार पिंजरे लगाकर इसमें बकरे बांध दिए।
गुरुवार को दस मिनट के लिए तेंदुआ एक बार सीसीटीवी कैमरा में नजर आया लेकिन इसके बाद गायब हो गया। पिछले चौबीस घंटे से तेंदुआ कहीं नजर नहीं आया। उप वन संरक्षक सविता दहिया ने बताया कि रेस्क्यू टीम लगी हुई है। तलाश जारी है। एडवाइजरी जारी कर दी गई है। जैसे ही तेंदुआ सामने आएगा उसको पकड़ लिया जाएगा। भूख प्यास की वजह से सामने आएगा।