बाड़मेर-जैसलमेर सीमावर्ती क्षेत्र अब भी बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहा है। सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने कहा कि रेलवे कनेक्टिविटी, जल संकट, किसानों को जमीन-बिजली और सालभर हवाई सेवा जैसे मुद्दे शीतकालीन सत्र में जोर से उठाए जाएंगे, ताकि समाधान का रास्ता निकले।
बाड़मेर-जैसलमेर: पाकिस्तान की सीमा से सटा और रेगिस्तानी इलाका बाड़मेर-जैसलमेर आज भी कई गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है। पिछले कुछ दशकों में पर्यटन, उद्योग, तेल, गैस और सौर ऊर्जा से आर्थिक-सामाजिक-इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव आया है। लेकिन आज भी यह क्षेत्र बुनियादी सुविधाओं, कनेक्टिविटी, शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की गंभीर चुनौतियों से जूझ रहा है।
इस बारे में क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी से सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल का कहना है कि सदन में मुद्दे उठाए, कुछ मामलों में प्रयास शुरू जरूर हुए हैं, लेकिन पूर्ण समाधान नहीं हो पाया। शीतकालीन सत्र में कैसे क्षेत्र के मुद्दों को उठाएंगे और समाधान की राह निकालेंगे। इस बारे में सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल से विस्तृत बातचीत हुई। प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश…
सांसद: चुनाव के दौरान जनता से जो वादे किए थे, उन्हें वन बाय वन पूरा करने का प्रयास जारी है। हालांकि, यह सही है कि कई वादे पूरे नहीं हुए। मुख्य मुद्दा रेलवे कनेक्टिविटी का था। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव हमारे राजस्थान के हैं, उन्होंने एक सर्वे मंजूर किया है। आशा है इस बजट में इसकी घोषणा होगी। इससे गुजरात तक सीधे रेल सेवा मिलेगी।
सांसद: रेगिस्तान में पानी तो बड़ा मुद्दा है ही। हर घर को मीठा पानी मिले इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। जल जीवन मिशन के तहत जो घर वंचित रह गए थे, उन्हें जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार से मांग करेंगे कि यह योजना सफल बनानी है तो डिमांड के अनुसार पानी की सप्लाई जरूरी है।
सांसद: सोलर कंपनियों को जिस तरह कम दाम पर जमीन दी जा रही है, उसी तरह किसानों को भी सरकारी भूमि दी जा सकती है। हमने यह मुद्दा भी उठाया है।
सांसद: यह बात सही है कि किसानों को बराबर बिजली नहीं मिल रही है। कई जगह तो छह घंटे भी नहीं मिल रही। इसका प्रमुख कारण यह है कि सिस्टम अपग्रेडेशन नहीं हो पाया। सब स्टेशन और लाइन नहीं है।
नए जीएसएस लगाए हैं। शिव में शुरू हुआ है। जहां-जहां नए जीएसएस की आवश्यकता है, जहां पुरानी लाइनें हैं उनको बदलवाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। पिछली लोकसभा में मैंने घरेलू बिजली को लेकर भी मांग रखी थी।
सांसद: जी, बिल्कुल। लोगों की यह मांग जायज है। ऑफ सीजन में उड़ान नहीं होने से पर्यटन पर काफी असर पड़ता है। मैंने इसके लिए मांग की थी कि उड़ान योजना के तहत विशेष पैकेज दिया जाए, ताकि सालभर कनेक्टिविटी जारी रहे। कम से कम बड़े शहरों दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में तो हवाई सेवा जारी रहे।