बुल्डोजर एक्शन के दौरान भारी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए, लेकिन बड़ी संख्या में पुलिस की मौजूदगी की वजह से शांति कायम रही। पहले ही सड़क पर अतिक्रमण करने वाले लोगों को नोटिस जारी की गई थी।
भरतपुर। जिले के बयाना इलाके में बुधवार को प्रशासन सख्त एक्शन में नजर आया। सड़क निर्माण के लिए बाधा बन रहे दर्जनों पक्के घरों को बुल्डोजर लगाकर ढहा दिया गया। इन मकानों को गिराने को लेकर पहले ही नोटिस जारी कर दी गई थी, ध्वस्तीकरण के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रही।
हन्तरा-वैर-वल्लभगढ़-कलसाड़ा से रीझवास तक प्रस्तावित सीसी सड़क के निर्माण को लेकर बुधवार को प्रशासन सख्त एक्शन में नजर आया। सड़क परियोजना के मार्ग में आ रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए तहसीलदार अंकुर जैन के नेतृत्व में प्रशासन व पुलिस की संयुक्त टीम ने गांव मांगरैन और कलसाड़ा में बड़ी कार्रवाई की।
कार्रवाई के दौरान आरएसआरडीसी की ओर से बनाई जा रही इस सड़क के दायरे में आने वाले करीब एक दर्जन पक्के मकानों को बुल्डोजर से ध्वस्त कर दिया गया। मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी में स्थिति शांतिपूर्ण बनी रही।
इससे पूर्व आरएसआरडीसी के परियोजना निदेशक आरके अरोड़ा ने जिला प्रशासन को पत्र भेजकर सूचित किया था कि बरसात से पहले सड़क निर्माण का कार्य पूरा करना आवश्यक है। प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए पहले ही नोटिस जारी कर दिए थे, लेकिन अनदेखी के चलते बुधवार को यह सख्त कदम उठाना पड़ा।
कार्रवाई के बाद अब मार्ग पूरी तरह साफ हो गया है और सड़क निर्माण कार्य में कोई बाधा शेष नहीं रही। प्रशासन का कहना है कि यह सड़क मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत स्वीकृत परियोजना है, जिसे समय पर पूरा करना प्राथमिकता है।
गौरतलब है कि यह सड़क क्षेत्र की एक प्रमुख संपर्क सड़क होगी, जिससे दर्जनों गांवों के लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी। हालांकि, मकान टूटने से प्रभावित परिवारों में मायूसी है, लेकिन प्रशासन इसे सार्वजनिक हित में उठाया गया आवश्यक कदम बता रहा है।