भाजपा ने पूर्वी राजस्थान में विधानसभा चुनाव के दौरान जो किला मजबूती से खड़ा किया था, वह लोकसभा चुनाव आते-आते ढह गया।
Bharatpur News : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के गृह जिले में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा ने पूर्वी राजस्थान में विधानसभा चुनाव के दौरान जो किला मजबूती से खड़ा किया था, वह लोकसभा चुनाव आते-आते ढह गया। भाजपा के दिग्गज अपना किला बचाने में कामयाब नहीं हो सके। कामां विधायक नौक्षम चौधरी की लाज लोकसभा चुनाव में कतई नहीं बच सकी है। कांग्रेस की संजना जाटव ने 51 हजार 983 मतों से जीत हासिल की है। इनमें से संजना को 46 हजार 168 वोट की लीड तो सिर्फ कामां विधानसभा क्षेत्र से ही मिली है।
ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा विधायक एवं राज्यमंत्री की पकड़ कुछ ही दिनों में क्षेत्र में ढीली पड़ गई है। हालांकि अपने बूथ से विधायक कई जगह अपने प्रत्याशी को वोट दिलाने में कामयाब रहे हैं, लेकिन यह वोट भी उमीद के मुताबिक नहीं हैं। इसकी वजह यह है कि प्रदेश में अच्छे बहुमत से भाजपा की सरकार है। इसके बाद भी लोग जिले में असंतुष्ट ही नजर आए हैं।
भरतपुर से चुनाव जीतने वाली कांग्रेस की संजना जाटव महज 26 साल की हैं। संभवतया वह सबसे कम उम्र की लोकसभा में पहुंचने वाली सांसद होंगी। संजना लोकसभा से पहले कठूमर विधानसभा चुनाव भी लड़ी थीं, उस समय कठूमर से भाजपा प्रत्याशी रमेश खींची को 79 हजार 756 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस की संजना जाटव को 79 हजार 347 वोट मिले थे। ऐसे में उनकी मात्र 409 मतों से हार हुई थी। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में उन पर दांव खेला और उनके सिर जीत का सेहरा बंधा। संजना एलएलबी की पढ़ाई कर रही हैं।