CG News: दुर्ग जिले के रानीतराई साप्ताहिक बाजार में सामने आए 500 रुपए के नकली नोट मामले में पुलिस ने पति-पत्नी को गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया है…
CG News: कर्ज से छुटकारा पाने की हड़बड़ी ने एक दंपती को अपराध की राह पर धकेल दिया। यूट्यूब से नकली नोट छापने का तरीका सीखकर ऑनलाइन कलर प्रिंटर मंगाया गया और घर पर ही 500, 200 और 100 रुपए के नकली नोट छापे जाने लगे। इन नोटों को साप्ताहिक बाजारों में खपाया भी गया, लेकिन पुलिस की सतर्कता से यह खेल ज्यादा दिन नहीं चल सका। पुलिस ने रायपुर के मुजगहन निवासी अरुण तुरंग (50) और उसकी पत्नी राखी तुरंग (40) को गिरफ्तार कर 1 लाख 70 हजार 500 रुपए के नकली नोट जब्त किए हैं।
मामले का खुलासा 29 दिसंबर को रानीतराई साप्ताहिक बाजार में नकली नोट चलने की सूचना के बाद हुआ। एसएसपी विजय अग्रवाल ने पत्रकार वार्ता में बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने बाजार में तस्दीक कराई। जांच में सामने आया कि दंपती बाजार में नकली नोट चला रहा है। तत्काल घेराबंदी कर दोनों को पकड़ लिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने नकली नोट छापने और उन्हें बाजारों में खपाने की बात स्वीकार की।
दुर्ग जिले में इससे पहले वर्ष 2021 में नकली नोट का एक मामला दर्ज हुआ था। चार साल बाद अब यह मामला सामने आया है। रानीतराई पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
आरोपी ने बताया कि उसने ऑनलाइन कलर प्रिंटर और फोटो कॉपी मशीन मंगाई थी। 90 जीएसएम कागज पर 500 रुपए के नोट की फोटो कॉपी कर नकली नोट छापे जाते थे, जिन्हें कैंची से काटकर पाटन और रानीतराई के साप्ताहिक बाजारों में चलाया जाता था। गिरफ्तारी के दिन आरोपी करीब 5,200 रुपए के नकली नोट लेकर बाजार पहुंचा था।
एएसपी अभिषेक झा के अनुसार धमतरी के ग्राम सिलपट निवासी तुलेश्वर सोनकर और उनकी पत्नी सरिता सोनकर रानीतराई बाजार में सब्जी बेच रहे थे। एक महिला-पुरुष ने 60 रुपए की सब्जी खरीदी और 500 रुपए का नोट दिया। बाद में मंडी के व्यापारियों को नकली नोट की आशंका हुई। गल्ले में रखे नोट की बारीकी से जांच करने पर वह नकली निकला।
जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।