Congress Protest: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के काफिले को रोकने के मामले में आरोपियों की गिरफ़्तारी न होने के विरोध में कांग्रेसियों ने मंगलवार सुबह 11 बजे सिरसा गेट चौक पर धरना प्रदर्शन किया।
Congress Protest: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के काफिले को सिरसा गेट पर रोककर उनके साथ की गई बदसलूकी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस पदाधिकारियों ने मंगलवार को सिरसा गेट के पास टेंट लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद थाना घेराव करने निकले। पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोका तो झूमाझटकी शुरू हो गई। इस बीच पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कर दी। इस दौरान कई कार्यकर्ताओं को चोट आई है। इसके बाद वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने सभा स्थल पर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के काफिले को रोकने के मामले में आरोपियों की गिरफ़्तारी न होने के विरोध में कांग्रेसियों ने मंगलवार सुबह 11 बजे सिरसा गेट चौक पर धरना प्रदर्शन किया। टीआई महेश ध्रुव ने बताया कि कांग्रेस के पदाधिकारियों से बात हुई थी कि धरना स्थल पर वे ज्ञापन सौंपेंगे। थाना नहीं आएंगे, लेकिन दोपहर करीब 12.50 बजे प्रदर्शनकारी थाना घेराव करने निकले। थाना पहुंचने से पहले उन्हें रोका गया। इस बीच झूमा-झटकी हुई।
दोपहर करीब 1 बजे कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संया में थाने की ओर बढ़े। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश करते हुए लाठी चार्ज कर दी। इसके बाद दौड़ा कर मारने लगे। कार्यकर्ताओं ने खुद को बचाया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दोपहर 1.50 बजे धरना स्थल पर एसडीएम महेश सिंह राजहूत को ज्ञापन सौंपा। इनमें गिरीश देवांगन, भिलाई-3 महापौर निर्मल कोसरे, विधायक अनिला भेड़िया, भिलाई महापौर नीरज पाल, दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल, पूर्व विधायक अरुण बोरा आदि थे।
निगम सभापति राजेश यादव, भिलाई शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, गिरवर बंटी साहू, आरएन वर्मा, संदीप निरंकारी, अतुल चंद साहू सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सिरसा गेट पर प्रदर्शन करने की सूचना दी और वहीं पर ज्ञापन सौपने की जानकारी दी, लेकिन दोपहर में थाने का घेराव करने नारेबाजी करते निकल गए। थाने से पहले उन्हें रोका गया और बल प्रयोग भी किया गया। इसमें जामुल टीआई और चार चवानों को चोट आई है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के काफिले को रोकने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसे लेकर भिलाई जिला कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर ने तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भिलाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज विष्णुदेव सरकार का तानाशाहीपूर्ण रवैया है। विपक्ष के नेता के काफिले को रोककर भाजपा और बजरंग दल के नेताओं ने अभद्रता की। उन पर कार्रवाई की बजाय शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज किया गया, जो बेहद दुखद और निंदनीय है। ये सरकार अपनी विदाई का मार्ग खुद तय कर रही है।
टीआई महेश ध्रुव ने बताया कि अमित लखवानी की शिकायत पर भिलाई चरोदा के सभापति कृष्णा चंद्राकर, पार्षद टी रमन्ना, अशफाक खान, नजरुल इस्लाम, पप्पू चंद्राकर समेत अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। मंगलवार सुबह दलबल के साथ आरोपी कृष्णा चंद्राकर को गिरतार करने उसके घर पहुंचे, लेकिन गेट में महिलाएं खड़ी हो गई। घर के अंदर नहीं जाने दिया। नोटिस देकर उसे बुलाया गया। मौके से घटना में उपयोग कृष्णा चंद्राकर की कार को जब्त किया गया है। आरोपी घर से फरार है। जल्द ही उनकी गिरतारी की जाएगी।
सीएसपी हरीश पाटिल ने बताया कि पूर्व सीएम के काफिला को रोकने 16 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया और 14 लोगों को गिरतार कर लिया है। इसी बीच भिलाई चरोदा के सभापति कृष्णा चंद्राकर एक दर्जन से अधिक युवकों के साथ रामंदिर विद्यार्थी परिषद के पास स्थित जिम में पुष्पराज को पकड़ने गए थे। वहां कोई नहीं मिला। तब नीचे उतरे और चाय दुकान के पास उन्हें अमित लखवानी मिल गया। उसे पकड़े और उसके साथ मारपीट की। फिर उसे अपनी कार में बैठाकर थाने लाए। पुलिस के सामने अमित को थप्पड़ जड़ दिया। इतने में ड्यूटी पर तैनात जवानों ने मध्यस्थता कर उसे बचाया।