Artificial Intelligence: क्या कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) खतरनाक है। युवा उत्सव के आयोजन में इस विषय पर विद्यार्थियों के बीच वाद-विवाद प्रतियोगिता हुआ है…
Artificial Intelligence: क्या एआई खतरनाक है? ये सवाल इसलिए क्योंकि आज तेजी से लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में इस पर प्रश्न उठ रहे हैं कि इसका इस्तेमाल कितना फायदेमंद और खतरनाक। इसे लेकर कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में खूब वाद विवाद भी हुआ। जिसमें कई अहम बातें निकलकर सामने आई।
What Is Artificial Intelligence dangerous: दरअसल दुर्ग जिले के शासकीय हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की ओर से युवा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत अंतर महाविद्यालयीन वाद-विवाद प्रतियोगिता, क्विज स्पर्धा, तात्कालिक भाषण प्रतिस्पर्धा में सात जिलों के 35 से अधिक महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने प्रतिभा दिखाई।
सेक्टर-7 स्थित कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अंतर महाविद्यालयीन वाद-विवाद स्पर्धा का आयोजन किया गया। कल्याण कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विनय शर्मा के नेतृत्व में इसमें 35 से ज्यादा कॉलेजों के 70 से अधिक टीमों ने हिस्सा लिया। इस दौरान प्रतिभागी टीमों को संबोधित करते हुए डॉ. विनय शर्मा ने कहा कि अध्ययन के दौरान अनेक स्पर्धाओं, प्रतिस्पर्धाओं और प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।
इससे हमारी आंतरिक प्रतिभाओं की पहचान होती है। साथ ही निरंतरता बनाए रखने से हमारी प्रतिभाओं में नित सुधार होते जाता है। इस दौरान प्राध्यापक डॉ. मणिमेखला शुक्ला द्वारा सुमधुर गीत से मां सरस्वती की वंदना की गई। छात्र संघ प्रभारी डॉ. केएन दिनेश के निर्देशन और डॉ. कविता वर्मा, डॉ. अंजन कुमार के संयोजन में सहायक प्राध्यापक तारिणी साहू, मजहर खान, पूजा विश्वकर्मा, दशरथ वर्मा के सहयोग से कार्यक्रम संपन्न हुआ।
प्रतिस्पर्धा में ‘इस सदन की राय में क्या कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) खतरनाक है’ विषय पर विद्यार्थियों ने पक्ष और विपक्ष में अपनी बातें रखी। इसमें बतौर निर्णायक के तौर पर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.विजय गुप्ता, राजनांदगांव के घुमका स्थित वीरांगना अवंतीबाई लोधी महाविद्यालय में इतिहास विभाग के सहायक प्राध्यापक दीपक वर्मा उपस्थित रहे। स्पर्धा में ऑब्जर्वर के रूप में शासकीय हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के सहायक कुलसचिव दिग्विजय कुमार मौजूद रहे।