-पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया था अवैध खनन का मुद्दा - राजस्व, पुलिस, खनिज, वन और परिवहन विभाग की संयुक्त टीम तैयार - 15 दिन तक खाकी और प्रशासन का रहेगा कड़ा पहरा - गाड़ियां होंगी सरकारी संपत्ति, खातेदारी होगी निरस्त
भीलवाड़ा जिले में अरावली व अन्य क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन, निर्गमन और भंडारण के काले कारोबार पर नकेल कसने के लिए प्रशासन ने अब तक की सबसे बड़ी घेराबंदी कर ली है। जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधू के आदेश पर सोमवार से 15 जनवरी तक जिलेभर में विशेष 'जॉइंट ऑपरेशन' चलाया जाएगा। इस अभियान की खास बात यह है कि इसमें राजस्व, पुलिस, खनिज, वन और परिवहन विभाग की टीमें एक साथ मैदान में उतरेंगी। अवैध खनन को लेकर राजस्थान पत्रिका ने रविवार के अंक में माफिया का हौसला बुलंद, प्रशासन की आंखे बंद क्या भीलवाड़ा में सरकार से ऊपर है खनन माफिया? तथा सरकारी जमीन पर खनन का खेल...माफिया सक्रिय और सिस्टम फेल शीर्षक से समाचार के प्रमुखता से प्रकाशित किए थे। इसे जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया और समूचे ऑपरेशन की कार्रवाई की तैयारी की है।
इस बार भू-माफियाओं के लिए बच निकलना नामुमकिन होगा। अभियान के दौरान ड्रोन सर्वे और सीसीटीवी सर्विलांस की मदद ली जाएगी। दुर्गम पहाड़ियों और छिपकर किए जाने वाले खनन क्षेत्रों की पल-पल की फुटेज मुख्यालय भेजी जाएगी। अभियान का खर्च डीएमएफटी फंड से वहन किया जाएगा। इससे संसाधनों की कोई कमी नहीं रहेगी।
कलक्टर ने सख्त निर्देश दिए हैं कि केवल जुर्माना ही काफी नहीं होगा। यदि प्रकरण दर्ज होने के 90 दिनों के भीतर कंपाउंडिंग नहीं कराई गई, तो जब्त वाहनों और मशीनों को राजसात (सरकारी संपत्ति घोषित) कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं, यदि किसी की निजी खातेदारी भूमि पर अवैध खनन मिलता है, तो संबंधित राजस्व अधिकारी उस भूमि की खातेदारी निरस्त करने का प्रस्ताव तुरंत पेश करेंगे।
पूरे जिले को 15 सेक्टरों (उपखंडों) में बांटा गया है। भीलवाड़ा शहर, हमीरगढ़, कोटड़ी, गंगापुर सहाड़ा, रायपुर, करेड़ा, मांडल, आसींद, बनेड़ा, गुलाबपुरा (हुरड़ा), शाहपुरा, फुलियाकलां, जहाजपुर, बिजौलिया तथा मांडलगढ़ तक हर जगह भारी-भरकम टीमें तैनात की गई हैं। इन टीमों के साथ उपखंड अधिकारी व तहसीलदार को शामिल किया गया। भीलवाड़ा में एसडीएम अक्षत कुमार सिंह और आईपीएस माधव उपाध्याय के नेतृत्व में भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहेगा। वही बिजौलियां और मांडलगढ़ में विशेष सतर्कता बरती जा रही है, जहां माइनिंग विभाग के तकनीकी कर्मचारियों के साथ बॉर्डर होमगार्ड्स भी तैनात रहेंगे।
जिला कलक्टर के निर्देश पर जिले में अवैध खनन के विरुद्ध यह अब तक का सबसे बड़ा अभियान सोमवार से शुरू होगा। कलक्टर ने सभी विभागों को समन्वय के साथ सख्त कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की गतिविधियों पर पूरी तरह अंकुश लग सके।
महेश कुमार शर्मा, खनिज अभियंता भीलवाड़ा