आरके कॉलोनी स्थित आदिनाथ दिंगबर जैन मंदिर का वार्षिक कलाभिषेक समारोह
आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर आरके कॉलोनी का वार्षिक महामस्तिकाभिषेक समारोह रविवार को विद्यासागर वाटिका में हुआ। समाराेह में प्रतिभाओं, दस, पांच व तीन उपवास करने वालों के साथ पहली बार वार्षिक कलशाभिषेक समारोह में कलश करने वाले 41 बालकों का सम्मान किया गया। इसके साथ ही महावीर सेठी को समाज गौरव से सम्मानित किया गया।
अध्यक्ष नरेश गोधा ने बताया कि सुबह साढे 7:30 बजे आदिनाथ भगवान की प्रतिमा को जुलूस के साथ रथ में विराजमान करके नाचते गाते हुए विद्यासागर वाटिका ले जाया गया। जुलूस दिगंबर मुनि अनुपम सागर व निर्माह सागर के सान्निध्य में निकाला गया। मुनि के जगह-जगह पाद प्रक्षालन किया गया। वहीं महिलाओं व पुरुषों ने भगवान आरती की। श्रीजी के रथ को युवा अपने हाथों से खींच रहे थे।
महामस्तिकाभिषेक में लगी कतार
मुनि अनुपम सागर के आव्हान पर वार्षिक कलशाभिषेक समारोह को महामस्तिकाभिषेक में बदलने पर श्रीजी के अभिषेक करने वालों की होड़सी लग गई थी। यह पहला मौका था जब किसी मंदिर के वार्षिक कलशाभिषेक समारोह में 300 से अधिक श्रावकों ने कतारबद्ध खड़े होकर अभिषेक किया।
इनका किया सम्मान
समारोह में शिक्षा व खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त करने वाली प्रतिभाओ, उपवास करने वालाें तथा समाज सेवा के लिए आगे रहने वालाें काे सम्मानित किया। इनके अलावा महामस्तिकाभिषेक में 40 से अधिक बालको को सम्मानित किया गया। वही वाटिका में चल रहे कमरों के निर्माण में सहयोग करने वाले भामाशाहों का भी शाल ओढाकर सम्मान किया।
इन्होने किया प्रथम अभिषेक व शांतिधारा
श्रीजी को रथ में सुनील सेठी ने विराजमान किया उनका सारथी रागांश व विपिन सेठी बने। वाटिका में प्रथम अभिषेक राजेश बडजात्या ने किया। ओमचंद, रिखबचंद बाकलीवाल ने स्वर्ण कलश से तथा मनोरमा, आयुष शाह परिवार ने रजत कलश से अभिषेक व शांतिधारा की। भगवान आदिनाथ को पुनः मंदिर में राजेन्द्र सेठी ने विराजमान किया। समारोह का संचालन दीप्ती अजमेरा, महेन्द्र सेठी, दिलीप अजमेरा ने किया। इस दौरान ट्रस्ट अध्यक्ष नरेश गोधा ने प्रतिवेदन पेश किया तथा आगामी योजना की जानकारी दी।