भीलवाड़ा जिले में गुटखा व्यापारी से लूट मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। व्यापारी के नौकरी ने ही पूरी लूट की साजिश रची थी। फिलहाल, पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और छह अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
Bhilwara News: भीलवाड़ा शहर के शास्त्रीनगर में व्यापारी पिता-पुत्र के साथ 9 लाख 90 हजार की घर के बाहर हुई लूट की वारदात का पुलिस ने बुधवार को राजफाश कर दिया। वारदात के बाद महज चार घंटे के भीतर मंगलवार रात एक आरोपी को दबोच लिया। उसके पास से लूटी गई नकदी बरामद कर ली गई।
वारदात में राजदार ही लुटेरा निकाला। व्यापारी के पूर्व नौकर ने अपने साथियों के मिलकर लूट की वारदात करवाई। पुलिस ने कोटपूतली के सरगना एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जबकि नौकरी समेत छह लोगों की तलाश जा रही है।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि शास्त्रीनगर निवासी धर्मदास सिंधी गुटखा के होलसेल व्यापारी है। धर्मदास और उनका पुत्र सुनील कुमार मंगलवार रात दुकान बंद कर दो दिन की कलेक्शन राशि 9.90 लाख रुपए बैग में रखकर मोपेड से घर लौटे। मकान के बाहर पहले से खड़े कार में आए लुटेरों ने पिता-पुत्र पर बेसबॉल से हमला करके नकदी से भरा बैग छीनकर भाग गए।
पुलिस ने इस मामले में सरगना खडब, कोटपूतली निवासी सरजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में शामिल व्यापारी के पूर्व नौकर दिलखुश साहू और खारी का लाम्बा निवासी कमल दमामी समेत छह लोगों की तलाश की जा रही है। वारदात के बाद एसपी यादव के निर्देशन में कोतवाली प्रभारी गजेंद्र सिंह नरूका के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था। टीम में उपनिरीक्षक राजपाल सिंह, हेड कांस्टेबल हरीश गौतम, मुकेश कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया था।
कोतवाली के सभी जाब्ते को बुला लिया गया। तेजाजी चौक में चल रहे मेले से भी जाब्ता काटकर तलाशी में बुलाया। पुलिस ने शास्त्रीनगर, पुराना हाउसिंग, न्यू हाउसिंग बोर्ड, पंचवटी, वैभनगर, हुसैन कॉलोनी, वैभवनगर समेत तमाम गलियों को सील कर दिया।
झाड़ियों से लेकर निर्माणाधीन मकानों को खंगाला। क्षेत्र के मकानों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने के लिए रात में गृहस्वामियों को जगाया गया। पुलिस तलाशते हरणी महादेव रोड पहुंची। झाड़ियों में छिपा सरजीत को पकड़ लिया। उसके पास नकदी से भरा बैग भी मिल गया।
पुलिस ने वारदात के बाद जांच का दायरा बढ़ाया तो सामने आया कि आरोपी सरजीत सिंह साथियों के साथ हड़बड़हाट में कार में नहीं बैठ पाया। नकदी से भरा बैग उसके पास ही था और उसके हाथ में रह गया। शोर-शराबा होने और भीड़ के आने से वह गलियों में भाग गया। जबकि उसके साथी कार लेकर चले गए।
सरजीत से पूछताछ में सामने आया कि दिलखुश व्यापारी की दुकान पर नौकर था। उसे पता था कि मालिक बड़ी रकम लेकर रात में घर लौटते हैं। उसने जयपुर और कोटपूतली में रहने वाले अपने साथियों के साथ साजिश रची। जयपुर से मंगलवार दोपहर में रवाना हुए। शाम को बिजयनगर में कुछ देर रूके। सभी व्यापारी के घर के बाहर घात लगाए बैठ गए। पुलिस के अनुसार सरजीत के खिलाफ चोरी के तीन मुकदमे पूर्व में दर्ज हैं।
पुलिस ने आरोपियों का पता लगाने के लिए सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। बीस हजार से अधिक मोबाइल नम्बरों का विश्लेषण किया। पुलिस को यह साबित हो गया कि एक आरोपी कार में नहीं बैठा और वह शास्त्रीनगर की गलियों में घूम रहा है। उसे वापस लेने के उसके साथी आ सकते। ऐसे में सबसे पहले पुलिस ने शहर में नाकाबंदी कड़ी कर दी।