- अगर कांग्रेस एकजुट होती तो आज प्रदेश में हमारी सरकार होती - भीलवाड़ा जिला कांग्रेस कार्यालय में बोले पूर्व मंत्री नागर
कफ सिरप से बच्चों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री को तत्काल पद छोड़ देना चाहिए। यह बात रविवार को कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर ने भीलवाड़ा जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में कही। राज्य की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कफ सिरप से बच्चों की मौत राजस्थान सरकार की गंभीर लापरवाही है। जब यह दवा बैन थी तो सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरी में इसे क्यों दिया जा रहा था। यह मंत्री की जवाबदेही है। जब विभाग का प्रमुख मंत्री होता है, तो गलती की सजा उसे मिलनी चाहिए। नागर ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय 25 लाख रुपए तक का इलाज फ्री था, लेकिन वर्तमान सरकार ने यह सुविधा खत्म कर दी है।
यह पर्ची सरकार है
पूर्व मंत्री ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए इसे पर्ची की सरकार बताते हुए कहा कि वर्तमान सरकार को न जनता से मतलब है, न प्रशासन से। कांग्रेस सरकार के समय जो योजनाएं शुरू हुईं, उन्हीं पर यह सरकार नए पत्थर लगाकर घूम रही है। राजस्थान की मौजूदा सरकार हर मोर्चे पर विफल है।
चुनाव में एक जुट होती कांग्रेस तो सरकार होती
नागर ने कहा कि अगर कांग्रेस विधानसभा चुनाव के दौरान एकजुट रहती, तो आज प्रदेश में कांग्रेस की ही सरकार होती। अब तो जनता भी कहने लगी है कि अगर कांग्रेस एक रही होती, तो परिणाम कुछ और होते। मेवाराम जैन के पार्टी में शामिल होने के बाद विरोध के सवाल पर नागर ने कहा कि कांग्रेस महासागर जैसी पार्टी है। जब तक न्यायालय किसी को दोषी करार नहीं देता, तब तक वह दोषी नहीं माना जा सकता।