किसानों के हक पर डाका: जीएसएश व्यवस्थापक पर खसरा नंबर बदलने व बीमा राशि गबन का आरोप
भीलवाड़ा जिले की कोटड़ी तहसील के दातड़ाबड़ा गांव में फसली बीमा योजना के नाम पर किसानों के साथ बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। किसानों ने ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक पर खसरा नंबर बदलने, फर्जी नामों पर बीमा कराने और करोड़ों रुपए हड़पने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस घोटाले के कारण लगभग 150 से 200 किसानों को फसल खराबे का मुआवजा तक नहीं मिला।
किसानों की पीड़ा : कटती रकम, लेकिन मुआवजा नहीं
प्रधानमंत्री फसली बीमा योजना के तहत हर साल किसानों के खातों से बीमा प्रीमियम की राशि काटी जाती है। लेकिन किसानों का आरोप है कि मुआवजे के नाम पर उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। किसानों ने बताया कि हमारी जमीन किसी और के नाम से बीमित कर दी गई। मुआवजे की मांग करने पर समिति का व्यवस्थापक कह देता है कि बीमा कंपनी से पैसा नहीं आया। कई साल से लगातार फसल खराब हो रही है, लेकिन हमें मुआवजे की एक भी पाई नहीं मिली। गुस्साए किसानों ने पंचायत समिति कोटड़ी के प्रधान करणसिंह के नेतृत्व में जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। किसानों का कहना है कि ऐसी गड़बड़ी केवल दातड़ाबड़ा समिति तक सीमित नहीं, बल्कि जिले की कई समितियों में चल रही है।
व्यवस्थापक पर सीधे आरोप
ग्राम सेवा सहकारी समिति दातड़ाबड़ा के व्यवस्थापक शिवराज सिंह पर किसानों ने सबसे गंभीर आरोप लगाए हैं। किसानों का कहना है कि उन्होंने अपने चहेतों के नाम पर बीमा कर रखा है। किसानों की भूमि के खसरा नंबर बदल दिए गए। करोड़ों रुपए की बीमा राशि का गबन कर लिया गया। आय से अधिक संपत्ति अर्जित कर रखी है। कोटड़ी पंचायत समिति के प्रधान करणसिंह का कहना है कि यह सीधा-सीधा किसानों के हक पर डाका है। जमीन किसी अन्य की है और बीमा किसी दूसरे के नाम पर कराया गया है। किसानों का करोड़ों रुपए हजम कर लिया गया। सिंह ने बताया कि किसानों की शिकायत के बाद सहकारी केंद्रीय बैंक के प्रबंध निदेशक आलोक चौधरी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कोटड़ी ब्रांच मैनेजर मनीष महावर से तथात्मक रिपोर्ट मांगी है।
खसरा नंबर गलत डल गए
व्यवस्थापक शिवराज सिंह ने कहा कि 40-50 किसानों के खसरा नंबर गलत दर्ज हो गए हैं। यह किसी लोभवश नहीं हुआ। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि गड़बड़ी कहां व केसे हुई है।
शिकायत मिली है
दातड़ाबड़ा से गंभीर शिकायतें आई हैं। संभावना है कि गड़बड़ी हुई हो। लेकिन रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। इसकी रिपोर्ट कोटड़ी ब्रांच के मैनेजर से मांगी है।
आलोक चौधरी, एमडी, सीसीबी भीलवाड़ा
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