भीलवाड़ा

सीबीआई की एंट्री और सर्वे के बाद भी माफिया हावी, नहीं रूक रहा अवैध दोहन

मंगरोप थाने के सामने व पीछे की और बजरी का अवैध खनन बनास नदी में हो रहे गहरे गड्ढों तो पाटने का प्रयास

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Jun 30, 2024
मंगरोप थाने के सामने व पीछे की और बजरी का अवैध खनन बनास नदी में हो रहे गहरे गड्ढों तो पाटने का प्रयास

भीलवाड़ा अवैध बजरी का खनन व परिवहन को लेकर भीलवाड़ा में पिछले चार दिन से सीबीआई कार्रवाई कर रही। नदी में कितना बजरी का स्टॉक है इसकी जांच के लिए ड्रोन उड़ाया जा रहा। इसके बावजूद भीलवाड़ा और शाहपुरा जिले में बदस्तूर अवैध बजरी दोहन का खेल नहीं रूक रहा। पुलिस की मिलीभगत से धड़ल्ले से बजरी भरे ट्रैक्टर और डम्परदौड़ रहे। माफिया बनास नदी को खोखला कर रहे। भीलवाड़ा तहसील व जहाजपुर में बजरी की लीज दिसम्बर माह में समाप्त हो गई। टीपी की अवधि भी समाप्त होने के बाद भी अवैध बजरी दोहन किया जा रहा।

थाने से 300 मीटर आगे-पीछे बजरी का अवैध दोहन

राजस्थान पत्रिका की टीम ने जब मंगरोप थाने के सामने का नजारा देखा तो बनास नदी से बजरी भरने के लिए तीन ट्रैक्टर ट्रॉली व एक जेसीबी लगी थी। थाने से महज 300 मीटर की दूरी है। मंगरोप एनिकट से खड़े होने पर सामने नजर आता है। पत्रिका टीम वहां पहुंच फोटो खींचने लगी तो बजरी माफिया टीम के पीछे भागे। पत्रिका टीम मंगरोप थाने के पीछे पहुंची तो दो जेसीबी के माध्यम से बनास नदी में हो रहे गहरे गड्ढों को पाटने का काम कर रही थी। टीम को देख वहां खड़े तीन-चार जनें भागकर आने लगे। यह कार्य भी मंगरोप पुलिस थाने के पीछे मात्र 300 मीटर की दूरी पर हो रहा था।

एक घंटे में 30 से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉली का परिवहन

मंगरोप थाना क्षेत्र से दोपहर 12 से 1 बजे के बीच करीब 30 से अधिक बजरी से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली निकले। लेकिन पुलिस ने इन्हें रोकने या पकड़ने का प्रयास नहीं किया। जबकि मंगरोप रोड स्थित एक होटल के पास तो ऐसा लग रहा था जैसे ट्रैक्टर ट्रॉली को पुलिस वाहन एस्कॉर्ट कर ले जा रहा।

संयुक्त टीम बनाकर जांच करवाते है

जिला कलक्टर से कहकर खनिज, राजस्व व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम बनाकर जांच करवाते है। यहां किसी के शह पर खनन हो रहा है तो कार्रवाई करेंगे।

- राजन दुष्यंत, पुलिस अधीक्षक, भीलवाड़ा

Published on:
30 Jun 2024 11:10 am
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