- उसी दिन आने वाले आवेदनों का होगा निस्तारण, 14 विभागों को जोड़ा
प्रदेश में 18 सितम्बर से गांव चलो अभियान का शुभारंभ होगा। इसके तहत राज्य की हर ग्राम पंचायत स्तर पर शिविरों का आयोजन होगा। अभियान तब तक चलेगा जब तक प्रत्येक पंचायत समिति क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों में शिविर आयोजित नहीं होते। अभियान की सम्पूर्ण जिम्मेदारी कलक्टर की होगी। प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार ने बताया कि अभियान के दौरान प्रत्येक गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को शिविर होंगे। प्रत्येक दिन दो ग्राम पंचायतों में आयोजन होगा। एक ही पंचायत समिति की नजदीकी पंचायतों को एक ही तिथि में शामिल किया जाएगा। शिविर का समय सुबह 10 से शाम 5 बजे तक रहेगा।
शिविर का स्थान और व्यवस्थाएं
पंचायत भवन, स्कूल भवन या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर शिविर आयोजित होंगे। ग्रामीणों के लिए पेयजल, मेज-कुर्सी, दरियां आदि की व्यवस्था रहेगी। इस समन्वय का कार्य विकास अधिकारी या उनके प्रतिनिधि की ओर से किया जाएगा। शिविर से पहले अग्रिम दल गठित कर आवश्यक औपचारिकताएं करेगा। जिन मामलों में तथ्यपरक सूचना चाहिए, उनकी प्रारंभिक कार्यवाही पहले ही की जाएगी। शिविर आयोजन से पूर्व कलक्टर राजस्व व संबंधित विभागों की बैठक 10 सितंबर तक करेंगे। 12 सितंबर तक शिविर कार्ययोजना पोर्टल पर अपलोड होगी।
शिविरों में होंगे ये कार्य
-स्वास्थ्य: स्वास्थ्य शिविर, लंबित यूडीआईडी कार्ड का निस्तारण।
-पशुपालन: पशु स्वास्थ्य शिविर।
-पंचायती राज: डांग, मगरा, मेवात कार्य।
-राजस्व: स्वामित्व योजना के पट्टे, नामान्तकरण, नोटिस तामीली, विभाजन, किसान रजिस्ट्री।
-कृषि : किसान गिरदावरी ऐप डाउनलोड, बीज मिनी किट वितरण।
-बिजली : तारों और खंभों का सुधार।
-सामाजिक कार्य : स्वच्छता, पौधारोपण और जनजागरूकता।
-दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गाँव : 10 हजार गाँवों में बीपीएल परिवारों का सर्वे।
ग्रामीणों को मिलेगा लाभ
गांव चलो अभियान से ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ उनके गांव में ही उपलब्ध होगा। शिविरों में काम उसी दिन निस्तारित करने की अनोखी पहल शासन की संवेदनशीलता का उदाहरण बनेगी।
चंद्रभानसिंह भाटी, सीईओ जिला परिषद भीलवाड़ा