- सभी केंद्रों पर सुरक्षा और गोपनीयता के सख्त निर्देश, दोपहर 2 से 5 बजे तक होगी - ओएमआर की कार्बन कॉपी विद्यार्थियों को, मूल प्रति सीलबंद कर भेजनी होगी
राज्य में नेशनल मीन्स कम मेरिट स्कॉलरशिप परीक्षा 16 नवंबर को आयोजित की जाएगी। परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर एक ही पारी में होगी। पंजीयक, शिक्षा विभागीय परीक्षाएं राजस्थान जयपुर की ओर से सभी केंद्राधीक्षकों और जिला शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
12 तक मिलेगी परीक्षा सामग्री
निर्देशों के अनुसार जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) कार्यालय से 12 नवंबर तक अधिकृत व्यक्ति को परीक्षा संबंधी सामग्री प्राप्त करनी होगी। इसके बाद 14 नवंबर तक ब्लॉक शिक्षा अधिकारी व केंद्राधीक्षकों को परीक्षा सामग्री का वितरण किया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी को सभी केंद्रों से सामग्री प्राप्ति और पूर्णता प्रमाणपत्र सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
परीक्षा शुरू होने के बाद प्रवेश नहीं
केंद्राधीक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि परीक्षा प्रारंभ होने के बाद किसी भी परीक्षार्थी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। साथ ही परीक्षा से एक दिन पहले पर्यवेक्षकों (विक्षकों) की बैठक लेकर उनका आमुखीकरण (ओरिएंटेशन) करवाना अनिवार्य होगा।
ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी परीक्षार्थियों को दी जाएगी
परीक्षा समाप्त होने के बाद परीक्षार्थियों को ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी और प्रश्नपत्र दिए जाएंगे, ताकि वे अपने उत्तर मिलान के लिए घर ले जा सकें। जबकि ओएमआर की मूल प्रति दिशा-निर्देशानुसार व्यवस्थित रूप से सीलबंद कर भेजनी होगी।
केंद्रों पर मोबाइल और इंटरनेट पूरी तरह प्रतिबंधित
परीक्षा की गोपनीयता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सभी केंद्रों पर सख्त प्रोटोकॉल लागू रहेगा। निर्देशों के अनुसार परीक्षा अवधि में सभी कर्मचारी, अधिकारी, वीक्षक और सुपरवाइजर के मोबाइल फोन केंद्र के बाहर रखवाए जाएंगे। कंप्यूटर, इंटरनेट, वाईफाई और केन्द्र के आसपास की फोटोस्टेट की दुकानें भी परीक्षा अवधि में बंद रखी जाएंगी। कक्षों को सील कर ऑब्जर्वर से प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य होगा।
हजारों विद्यार्थी होंगे शामिल
राज्य के सभी जिलों में एक साथ आयोजित होने वाली इस परीक्षा में कक्षा 8 के हजारों विद्यार्थी भाग लेंगे। इस परीक्षा का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता के माध्यम से उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करना है। भीलवाड़ा जिले में इसके लिए 17 सेंटर बनाए गए हैं। इन संटरों में जिले भर से 3807 छात्र परीक्षा देंगे। जिले के बिजौलिया, करेड़ा, कोटड़ी, शाहपुरा में 2, रायपुर, जहाजपुर में 3, बनेड़ा, आसीन्द गंगापुर, हुरड़ा, मांडल, मांडलगढ़, भीलवाड़ा शहर की लेबर कॉलोनी स्कूल व प्रतापनगर स्कूल को सेंटर बनाया हैं।