- साइकिल चलाकर रैली के रूप में पहुंचे शहर अध्यक्ष शिवराम खटीक, संभाला पदभार - गुर्जर बोले... बेईमानी की नींव पर खड़ी इमारत गिरती है - कई नेताओं ने समारोह से बनाई दूरियां
नव मनोनीत भीलवाड़ा शहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष शिवराम खटीक (जीपी) ने शनिवार को पदभार ग्रहण कर लिया। पदभार ग्रहण करने से पहले चित्रकूट धाम से साइकिल पर समर्थकों के साथ कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर के आतिथ्य में पदभार संभाला। पदभार ग्रहण समारोह में पूर्व मंत्री रामलाल जाट समेत कई नेता शामिल नहीं हुए। जिले में कांग्रेस को मजबूती के लिए बनाए गए दो जिलाध्यक्षों की कुर्सी गुटबाजी में बंटी हुई नजर आई। इससे पहले देहात जिलाध्यक्ष रामलाल जाट ने सुबह शिवराम के घर जाकर बधाई दी।
पदभार ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए धीरज गुर्जर ने गुटबाजी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, दिल्ली की अशोका होटल के अंदर वर्ष-2018 में किसने किसके सामने झोली फैलाई थी, आज भी सबको पता है। गुर्जर ने बिना नाम लिए चेताया, "बातें करेंगे एकता की और जड़ों में पेट्रोल डालेंगे तो सबसे पहले तुम्हारे घर फूंके जाएंगे, इस बात को याद रखना। बेईमानी की नींव पर जो इमारत खड़ी होती है वह गिरती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से सात खाली पड़ी विधानसभा सीटों के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया।
गुर्जर ने गुटबाजी के सवाल पर कहा, "किसी की हैसियत नहीं है गुटबाजी करने की। जो हैसियत है वह कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी की। उन्होंने नेताओं को नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं को एकजुट करने की जरूरत बताई।
शहर जिलाध्यक्ष शिवराम खटीक (जीपी) चित्रकूट धाम से शुरू हुई रैली में नीरज गुर्जर और अन्य कार्यकर्ताओं के साथ साइकिल पर सवार होकर रेलवे स्टेशन पहुंचे और आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। रैली बाद में कांग्रेस कार्यालय पहुंची। पदभार ग्रहण के बाद शिवराम ने भरोसा दिलाया कि वह पूरी निष्ठा से जिम्मेदारी निभाएंगे और जनता के मुद्दों के लिए संघर्ष करने से पीछे नहीं हटेंगे। समारोह को भीलवाड़ा विधानसभा प्रभारी कैलाश झालीवाल, अक्षय त्रिपाठी, धर्मेंद्र पारीक, अनिल डांगी, याकूब मोहम्मद, रेखा हिरण, नरेंद्र रेगर व सुशीला सालवी समेत कई नेताओं ने सम्बोधित किया। संचालन राजेश चौधरी, मनोज पालीवाल व कुणाल ओझा ने किया।
नीरज गुर्जर ने संबोधन में कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं पर बरसते हुए कहा कि राहुल गांधी साफ कह चुके हैं कि बिकाऊ, लंगड़े या विवाह के घोड़े कांग्रेस में नहीं चाहिए। गुर्जर ने कहा कि जिन नेताओं ने सत्ता के दौरान कांग्रेस में मिठाइयां खाईं और अब दूसरी पार्टी में चले गए, उनका नाम उन्होंने 'टॉमी' रखा है।