रविवार को राजधानी भोपाल के गौतम नगर में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया(Mansukh Mandaviya) देश के पहले फिट इंडिया क्लब का लोकार्पण किया।
Fit India Club : फिट रहने के लिए हमें फिट इंडिया मूवमेंट के साथ अपने गौरवशाली अतीत से भी जुड़ना होगा। महारानी लक्ष्मीबाई ने अपने बच्चे को पीठ पर बांधकर तलवार से अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए। महाराणा प्रताप का तो भाला ही 80 किलो का था। युद्ध के समय पूरे शरीर पर लोहे का बना आवरण सहित उनके शरीर पर लगभग दो क्विंटल का वजन रहता था। उनकी फिटनेस कितनी अच्छी रही होगी। मध्यप्रदेश में अब खेलकूद मैदानों तक सीमित नहीं रहा है, यह पाठ्यक्रम का हिस्सा हो गया है। सभी कॉलेजों में खेलकूद को विषय बनाया गया है। इसे पढ़ाने और सिखाने के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर और प्रोफेसर नियुक्त किए गए है। खेलकूद शिक्षक भी अब कुलगुरु तक बन सकते हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव(CM Mohan Yadav) ने यह बातें रविवार को राजधानी भोपाल के गौतम नगर में केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया(Mansukh Mandaviya) के साथ प्रदेश के पहले फिट इंडिया क्लब के लोकार्पण कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार फिट इंडिया को नीचे स्तर पर वार्ड और मोहल्ले तक में पहुंचाने का प्रयास कर रही है। कार्यक्रम में उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों में जा रहे प्रदेश के 435 खिलाड़ियों को किट प्रदान की गई। इसके साथ कई जिलों में खेल अधोसंरचनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन किया गया। कार्यक्रमें मप्र के खेल मंत्री विश्वास सारंग, खेल विभाग के एसीएस मनु श्रीवास्तव, भोपाल महापौर मालती राय, भाजपा शहर अध्यक्ष रविंद्र यति, भाजपा नेता राहुल कोठारी मौजूद थे।
केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया(Mansukh Mandaviya) ने कहा कि काफी मंथन के बाद पीएम मोदी ने फिट इंडिया क्लब की शुरुआत कराई है। पीएम की इच्छा है कि वर्ष 2036 में भारत ओलंपिक गेस की मेजबानी करे। इसीलिए खेल प्रतिभाओं को गांवों, कस्बों से खोजने के लिए खेलो इंडिया की शुरुआत हुई। ओलंपिक को देखते हुए टॉप्स यानी टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम शुरू की गई है। चुने गए खिलाड़ियों को सरकार देश-विदेश में ट्रेनिंग, कोच दिलाएगी। खिलाड़ियों का खर्च सरकार उठा रही है।
मंत्री सारंग ने कहा, क्लब में मानसिक और आध्यात्मिक फिटेनेस का भी ध्यान रखा गया है। यह क्लब युवा, गरीब, किसान और महिलाओं को लाभ पहुंचाएगा। सौभाग्य है कि पिछली बार मैं चिकित्सा शिक्षा मंत्री था तो मनसुख भाई स्वास्थ्य मंत्री थे। इस बार मैं खेल मंत्री हूं तो वे केंद्र में खेल मंत्री हैं। चाहता हूं कि वे और बड़े विभाग के मंत्री बनें।