MP News: एमपी में BJP सरकार के दौरान नाम बदलने का ट्रेंड तेज हुआ है। 2025 में सीएम मोहन यादव के ऐलानों के बाद कई जिलों, शहरों और रेलवे स्टेशनों के नाम बदले गए। भोपाल, उज्जैन, कटनी, देवास की नई पहचान सामने आई। यहां देखें पूरी लिस्ट।
Places Name Changed: साल 2025 आज विदा हो रहा है, मध्य प्रदेश में इस साल नाम बदलने की मानो एक मुहीम सी शुरू हो गई थी, जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने किया था। उनकी घोषणाओं के बाद यह विषय सिर्फ प्रशासनिक प्रक्रिया का नहीं रहा, बल्कि सार्वजनिक चर्चा का अहम हिस्सा बन गया। कहीं इन फैसलों को समर्थन मिला, तो कहीं सवाल और असहमति सामने आई। कुछ जगहों पर बदलाव तेजी से आगे बढ़े, जबकि कुछ स्थानों पर ये प्रक्रिया शुरू हुई लेकिन फिर रुक गई। patrika.com पर सिलसिलेवार जानें इस साल किस शहर, जिले का बदला नाम, किसका होने जा रहा नामकरण…कहां शुरू हुई और कहां रुक गई नामकरण की ये प्रक्रिया… (MP News)
उज्जैन के 3 गांवों का नाम बदला
सीएम मोहन यादव ने नाम बदलने का काम इस साल की शुरुआत में ही करना शुरू कर दिया था। 5 जनवरी को बड़नगर में सीएम राइज स्कूल भवन का लोकार्पण के दौरान 3 गांवों के नाम बदलने की घोषणा की। उन्होंने गजनीखेड़ी गांव को चामुंडा महानगरी, मौलाना गांव को विक्रम नगर और जहांगीरपुर गांव को जगदीशपुर नाम दिया था। सीएम यादव ने कहा था कि उन्हें 'मौलाना' लिखने और पढ़ने में अच्छा नहीं लगता।
शाजापुर के 11 गांवों का नाम बदला
एक हफ्ते बाद 12 जनवरी को कालापीपल में आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम यादव ने शाजापुर के 11 गांवों का नाम बदल दिया था। सीएम ने इन गांवों के बदले नाम-
निपनिया हिसामुद्दीन - निपनिया देव
ढाबला हुसैनपुर- ढाबला राम
मोहम्मदपुर पवाड़िया -रामपुर पवाड़िया
खजूरी अल्लाहादाद- खजूरी राम
हाजीपुर- हीरापुर
मोहम्मदपुर मछनाई- मोहनपुर
रिछरी मुरादाबाद- रिछरी
खलीलपुर (ग्राम पंचायत सिलौंदा)- रामपुर
अनछोड़- ऊंचावद
घट्टी मुख्तियारपुर- घट्टी
शेखपुर बोंगी- अवधपुरी
देवास के 54 गांवों का नाम बदला
इसके बाद सीएम ने 10 फरवरी को देवास के पीपलरावां गांव में आयोजित लाड़ली बहना योजना की 21वीं किस्त वितरण कार्यक्रम में जिले के 54 गांवों के नाम बदलने के निर्देश दिए थे। बीजेपी जिलाध्यक्ष ने जनभावना बताते गांवोें के नाम बदलने की वर्षों से चली आ रही मांग पूरी करने का आग्रह किया था।
इन 54 गांवों के नाम बदले
मुरादपुर - मुरलीपुर - हाटपिपल्या
हैदरपुर - हिरापुर - हाटपिपल्या
शमशाबाद - श्यामपुर - हाटपिपल्या
आमलाताज - आमला सिरमोर - हाटपिपल्या
हरजीपुरा - हर्षपुर - हाटपिपल्या
रांडीपुरा - रानीपुरा - हाटपिपल्या
इस्माईल खेडी - ईश्वरपुर - हाटपिपल्या
इलासखेडी - नाहरगढ़ - देवास
जलालखेडी - शिवगढ़ - देवास
मोचीखेड़ी - मोहनखेडा - देवास
इस्लाम नगर - ईश्वर नगर - देवास
मुरादपुर - कडवाखेडी - हाटपिपल्या
घटिया गयासुर - देवधाम घटिया - हाटपिपल्या
पीर पाडलिया - पवन पाडलिया - सोनकच्छ
चांदगढ़ - चंद्रगढ़ - टोंकखुर्द
नोसराबाद - अवधपुरी - सोनकच्छ
इस्लामपुरा मुंडला - रामपुर मुंडला - सोनकच्छ
खोनपुर पीपलिया - फार्म पीपलिया - सोनकच्छ
मोहम्मदपुर- मोहनपुर - देवास
अजिजखेड़ी - अजितखेड़ी- देवास
आजमपुर- अवधपुर- देवास
अलीपुर - रामपुर- देवास
बापचा नायता - बापचापुरा- देवास
नबीपुर – नयापुरा – देवास
मिर्जापुर- मीरापुर - हाटपिपल्या
अकबरपुर- अंबिकापुर - हाटपिपल्या
सालमखेड़ी - सावनखेडी - देवास
हेबतपुरा- हिम्मतपुरा- देवास
निजामडी - निरखेडी- टॉकखुर्द
फतेहपुरा खेड़ा - विजयपुर खेड़ा- टॉकखुर्द
फतनपुर - विजयपुर - टोंकखुर्द
कल्लूखेड़ी - कालुखेडी - टोंकखुर्द
मोहम्मद खेड़ा- मोहन खेडा- टोंकखुर्द
निपानिया हुर-हुर- निपानिया हर-हर- सोनकच्छ
मोहम्मद पुर- गंगा नगर- सोनकच्छ
मिरजापुर - मीरापुर - टोंकखुर्द
नोसराबाद - द्वारकापुरी- सोनकच्छ
रसूलपुर - रामपुर - देवास नगर
ईस्माइलखेडी- ईश्वरपुर - बागली
पिपल्या जान- खेडा पिपल्या- बागली
मौला- मोहनपुरा - खातेगांव
अजनास - अजयपुर- खातेगांव
तमखान- कान्हापुरा - खातेगांव
मिर्जापुर - मीरापुर- खातेगांव
संदलपुर - चंदनपुर - खातेगांव
सलामत पुरा- श्रीरामपुरा- सतवास
रेहमान पुरा- हनुमानपुरा- सतवास
सिंकदर खेडी - शिवखेडी- सतवास
फतेहगढ- विजयगढ- सतवास
मिर्जापुर - मीरापुर- उदयनगर
दावद- देवनगर- कन्नौद
मसनपुरा- मदनपुरा- कन्नौद
अतवास - अजयवास- सतवास
कांटाफोड- कांतापुर- कांटाफोड़
भोपाल के फंदा क्षेत्र का बदला नाम
भोपाल में 13 दिसंबर विक्रमादित्य द्वार का भूमिपूजन कार्यक्रम में सीएम यादव ने के दौरान बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अब फंदा को 'हरिहर नगर' के नाम से जाना जाएगा|
गंजबासौदा का नाम बदला
विदिशा के गंजबासौदा शहर में सीएम विकास कार्यों की सौगात देने आए थे। उनके आने से करीब चार महीने पहले रामानंदाचार्य संप्रदाय के जगद्गुरु डॉ. राम कमलाचार्य वेदांती जी महाराज ने गंजबासौदा का नाम 'वासुदेव नगर' करने की थी जो कि इस क्षेत्र का पुराना नाम था। 24 नवंबर के कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव उनकी मांग को मानते हुए शहर का नाम 'वासुदेव नगर' करने की घोषणा की थी।
मुलताई को भी मिला नया नाम
कुछ ही दिन पहले सीएम बैतूल जिले के दुसरे नंबर के शहर मुलताई का नाम बदलने की घोषणा की थी। उन्होंने 23 दिसंबर को बैतूल मेडिकल कॉलेज के भूमिपूजन के कार्य्रकम में केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में इसकी घोषणा की थी। सीएम ने घोषणा की कि मुलताई का नाम बदलकर वापस 'मूलतापी' किया जाएगा। इस सन्दर्भ में स्थानीय विधायक चंद्रशेखर देशमुख ने विधिवत प्रस्ताव भी भेजा था। बता दें कि, पहले मुलताई को मुलतापी ही कहा जाता था।
मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने इस साल एक जिले का भी नाम बदला है। सितंबर शासन के राजस्व विभाग ने जिला अलीराजपुर का नाम परिवर्तित करने की अधिसूचना जारी की थी। इस अधिसूचना के अनुसार जिला अलीराजपुर का नाम अब 'आलीराजपुर' होगा। यह निर्णय भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा 21 अगस्त 2025 को जारी अनापत्ति पत्र के आधार पर लिया गया है। इस बदलाव की मांग 2012 से उठ रही थी।
कटनी का नाम बदलकर कनकपुर करने की योजना
सीएम मोहन यादव ने कटनी जिले का नाम बदलकर 'कनकपुरी' करने की इच्छा जताई थी। सितंबर में, कटनी जिले के बरवारा में संदीपनी स्कूल के उद्घाटन और डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स के लॉन्च के दौरान, डॉ. मोहन यादव ने कटनी का नाम बदलकर कनकपुर करने के बारे में बात की। कनकपुर का मतलब है 'सोने का शहर'। ऐसा इसलिए है, क्योंकि सरकार के अनुसार, जिले में सोने का भंडार है और जल्द ही माइनिंग शुरू होगी।
जैसीनगर का नाम बदलने का विरोध
25 सितंबर को, सागर में जैसीनगर पंचायत में एक कार्यक्रम के दौरान, यह घोषणा की गई कि जैसीनगर का नाम बदलकर 'जयशिवनगर' किया जाएगा। इस घोषणा एक राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। सामाजिक संगठनों ने विरोध करते हुए कहा कि जनता की सहमति के बिना ऐतिहासिक नाम बदलना सही नहीं है। नए नाम को लेकर मध्य प्रदेश के मौजूदा और पूर्व मंत्रियों के बीच भी तनाव था। इसके अलावा, विभिन्न समुदायों ने भी नए नाम को लेकर अपनी-अपनी मांगें रखीं। इस वजह से CM की घोषणा के बाद से इस मामले में कोई और कार्यवाही नहीं की गई है।
भोपाल नगर निगम ने नाम बदलने का प्रस्ताव पास किया
जुलाई 2025 में, भोपाल नगर निगम ने दो इलाकों के नाम बदलने का प्रस्ताव पास किया। इस प्रस्ताव में भोपाल में ओल्ड अशोका गार्डन का नाम बदलकर 'राम बाग' और अशोका गार्डन सब्जी मंडी चौक का नाम बदलकर विवेकानंद चौक करना शामिल था। हमीदिया रोड, हमीदिया अस्पताल और हमीदिया कॉलेज का नाम राष्ट्रीय नायकों के नाम पर रखने का प्रस्ताव भी पास किया गया। हालांकि, यह नाम बदलने की प्रक्रिया अभी जारी है और इसके लिए सरकारी मंज़ूरी की जरूरत है, जिसके लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखे गए हैं, क्योंकि नगर निगम के पास इन संस्थानों के नाम बदलने का अधिकार नहीं है। इस मामले में अब तक कोई और कार्रवाई नहीं की गई है। (MP News)