Bhopal Metro Project: भोपाल रेलवे स्टेशन के पास मेट्रो लाइन बनाने के लिए हटाए जा रहे अतिक्रमण के मामले में एक ढाबा मालिक ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर बड़ी मांग की है।
Bhopal Metro Project: भोपाल मेट्रो प्रजेक्ट को लेकर अब एक नए विवाद ने जन्म ले लिया है। मेट्रो लाइन के लिए भोपाल शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई की जा रही है। जिसका खामियाजा दुकानदारों से लेकर बिजनेसमेन भी झेल रहे हैं। इसी कड़ी में भोपाल रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक ढाबे को भी मेट्रो विकास के लिए कुर्बान करने का आदेश जारी किया गया है। इसे लेकर ढाबा मालिक ने देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखा है। इस पत्र में ढाबा मालिक ने इच्छा मृत्यु की मांग की है।
गौरव खुल्लर भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 6 के पास ढाबा चलाते हैं। यह ढाबा लगभग 50 साल पहले उनके दादा ने खोला था, जो अब उनके परिवार की आजीविका का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। अब प्रशासन ने मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए उनके ढाबे को हटाने का आदेश जारी कर दिया है। इसके बदले में उन्हें मुआवजा भी दिया जाएगा।
ढाबा मालिक गौरव का कहना है कि इस ढाबे की शुरुआत उनके दादा ने की थी, जो 50 साल से परिवार की तीन पीढ़ियों की आजीविका का साधन है। इसके अलावा प्रशासन ढाबे के बदले जो मुआवजा दे रहा है वह बहुत मामूली है। उनका कहना है कि जिस मुआवजे की बात की गई थी, उससे उनके नुकसान की भरपाई नहीं हो सकती। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि विकास के नाम पर लोगों की आजीविका छीनी जा रही है।
ढाबा मालिक गौरव खुल्लर इस कार्रवाई से इतने आहत हैं कि उन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को पत्र लिख डाला। इस पत्र में उन्होंने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग की है। उनका कहना है कि उनके ढाबे को छीना जाना उनके लिए जीते जी मरने के बराबर है इसीलिए उन्हें इच्छा मृत्यु की इजाजत दी जाए। उन्होंने कहा है कि सरकार ने विकास के नाम पर उन्हें बेघर और बेसहारा छोड़ दिया है।
बता दें कि सोमवार सुबह भोपाल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 6 के पास जिला प्रशासन भोपाल मेट्रो की ऑरेंज लाइन के दूसरे फेज के लिए 29 दुकानों को तोड़ दिया था। यहां कुल 40 दुकानें टूटेंगी। इसे लेकर व्यापारियों ने आरोप लगाया था कि इस मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है, लेकिन इससे पहले ही प्रसाशन ने कार्रवाई कर दी। इस दौरान स्थानीय विधायक आरिफ अकील भी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने दुकानदारों के विस्थापन और उन्हें उचित मुआवजा देने की मांग की थी।