
Strict action against employees who found a way to bypass e-attendance in MP (फोटो सोर्स- Freepik)
E-attendance- मध्यप्रदेश में सरकारी सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कर्मचारियों, अधिकारियों की नियमित उपस्थिति पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है। इसके लिए अटेंडेंस की अत्याधुनिक तकनीकें अपनाई जा रही हैं। अधिकांश विभागों में ई अटेंडेंस की व्यवस्था की गई है जिसका विरोध भी किया जा रहा है। प्रदेशभर के स्कूली टीचर्स तो इसके खिलाफ जबलपुर हाईकोर्ट तक जा चुके हैं। देशी तरीका अपनाकर ई अटेंडेंस का तोड़ भी निकाला जा चुका है। हालांकि ऐसे कर्मचारियों, अधिकारियों पर अब कड़ी कार्रवाई की जा रही है। ऐसे कुछ डॉक्टर्स से जवाब तलब किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टर्स के लिए ड्यूटी पर हाजिर होने के सबूत के तौर पर ‘सार्थक ऐप’ पर उपस्थिति दर्ज कराने का नियम बनाया है। डॉक्टर्स ने इसका भी तोड़ निकाल लिया। एक डॉक्टर ने तो करीब 550 किमी दूर से ई अटेेंडेंस लगा दी। एक अन्य डॉक्टर ने भी ऐप का दुरुपयोग कर उपस्थिति दर्ज करवाई। हालांकि ये दोनों अब कार्रवाई के घेरे में हैं। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. मनीष शर्मा ने दोनों को नोटिस जारी कर दिया है।
जांच में सामने आया कि भोपाल में संजीवनी क्लिनिक में पदस्थ एक डॉक्टर ने करीब 550 किमी दूर से ई अटेंडेंस दर्ज करा दी। गौतम नगर में चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव सिंह ने यह हरकत की। बाग मुगलिया में पदस्थ डॉ. मिनहाज की सार्थक ऐप पर दर्ज अटेंडेंस में अलग-अलग चेहरे दिखाई दिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. मनीष शर्मा ने दोनों डॉक्टरों को तत्काल शो काज नोटिस जारी कर दिए। संतोषजनक जवाब न मिलने पर कठोरतम वैधानिक कार्रवाई की भी चेतावनी दी है।
Updated on:
23 Dec 2025 09:28 pm
Published on:
23 Dec 2025 09:15 pm
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