Heart Attack at Young Age: 108 के आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 में 67 तो, 2024 में 144 लोगों के दिल में दर्द
Heart Attack at Young Age: शशांक अवस्थी. प्रदेश में साल 2022 में रोजाना 67 लोगों को दिल में दर्द के चलते एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं साल 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 144 हो गया। यह खुलासा एंबुलेंस 108 के आंकड़ों से हुआ है। सिर्फ मरीजों की संख्या नहीं बढ़ी है, बल्कि कम आयु में दिल धोखा दे रहा है।
हमीदिया अस्पताल में बीते साल हार्ट अटैक से पीड़ित सबसे कम आयु यानी 21 साल के युवक की सर्जरी करनी पड़ी। ऐसे एक नहीं बल्कि पूरे साल में 20 से 30 साल के करीब 25 हार्ट अटैक से पीड़ित मरीज आए। वहीं, हार्ट अटैक से पीडि़त सबसे अधिक आयु के मरीज की उम्र 89 साल दर्ज की गई। सबसे कम आयु सबसे अधिक आयु वाले दोनों मरीज दिसंबर 2024 में अस्पताल पहुंचे।
हमीदिया अस्पताल की कार्डियोलॉजी ओपीडी में साल 2024 में 21 हजार 334 मरीजों को उपचार दिया गया। इसमें से 2 हजार 330 को भर्ती करना पड़ा। इसमें से 998 मामले हार्ट अटैक के हैं। इसके अलावा विभाग में 5 हजार 560 मरीजों की इको जांच और 31 हजार 992 मरीजों की ईसीजी जांच की गई। इन मरीजों में से सिर्फ करीब 50 फीसदी मरीजों की आयु ही 50 साल से अधिक देखी गई।
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. किसलय श्रीवास्तव ने बताया कि अनियमित दिनचर्या और बाहर के खानपान से दिल की बीमारी बढ़ रही है। इसके अलावा स्मोकिंग, तंबाकू, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, धूम्रपान, अनियमित नींद और तनाव बीमारी को बढ़ावा देते हैं। दिल के दौरे का उच्च जोखिम विरासत में भी मिल सकता है।
108 एंबुलेंस के सीनियर मैनेजर तरुण ङ्क्षसह परिहार ने बताया कि दिल में दर्द होने पर एंबुलेंस से अस्पताल जाना चाहिए। यह जीवन रक्षक हो सकता है। एंबुलेंस में चिकित्सा कर्मचारी और आवश्यक उपकरण होते हैं, जो रास्ते में ही इलाज शुरू कर जान बचा सकते हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि आने वाले दिनों में अगर तेज ठंड पड़ती है तो हार्ट अटैक के मामले बढ सकते हैं। ऐसे में ठंड का कहर दिल और दिमाग के मरीजों के लिए काफी खतरनाक हो सकता है। वहीं, आंकड़े भी बताते हैं कि बीते साल जनवरी माह में में एंबुलेंस 108 से सर्वाधिक 5 हजार 350 मरीजों को पहुंचाया गया। वहीं यह आंकड़ा मार्च तक प्रति माह 5 हजार से अधिक मामलों के साथ बढ़कर 15 हजार 783 पहुंच गया।
- सीने और स्तन में दर्द होना
- थोड़ा टहलने पर भी पैरों में दर्द होना
- लगातार खर्राटे लेना और सोते समय पर्याप्त ऑक्सीजन न खींच पाना
- शरीर के ऊपरी भाग में यानी गर्दन, पीठ, जबड़े, भुजाएं और कंधे की हड्डी में तेज दर्द होना
- चक्कर आना
- अचानक पसीना आना
- बेचैनी महसूस करना
- सिर घूमना
- जी मचलाना या उलटी होना
- पेट खराब होना
जिला - दिल में दर्द
सागर - 4967
रीवा - 3000
जबलपुर - 2196
शिवपुरी - 1948
ग्वालियर - 1684
भोपाल - 1600
इंदौर - 641