MP News: ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के साथ ही ब्रेस्ट कैंसर सर्जरी के बाद होने वाली मानसिक और शारीरिक परेशानियों से बाहर आ रहीं महिलाएं, एम्स भोपाल की रिसर्च के शानदार नतीजे...
International Yoga Day 2025: एलोपैथ और योग की मिक्स थेरैपी स्तन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों में बेहतर परिणाम दिखा रही है। योग थेरैपी से स्तन कैंसर की सर्जरी के बाद होने वाली मानसिक और शारीरिक परेशानियों से महिलाएं उबर रही हैं। वे सामान्य जीवन की ओर लौट रही हैं। महिलाएं इस मिक्स थेरैपी से 3 से 6 माह में 50-75 फीसदी तक स्वस्थ महसूस कर रही हैं। ये तथ्य एम्स, भोपाल के अध्ययन के अंतरिम नतीजे के रूप में सामने आए हैं। इसके बाद डॉक्टर अब इस थेरैपी का इस्तेमाल ऐसी महिलाओं को पूरी तरह स्वस्थ करने के लिए कर रहे हैं।
डॉ. सोफिया ने बताया, ब्रेस्ट कैंसर का ऑपरेशन होने के बाद महिलाओं में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ जाता है। इससे तनाव के साथ ही हृदय गति और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इसे सामान्य करने के लिए योग थेरैपी दे रहे हैं। इस थेरैपी के बाद जांच मेें पाया गया कि उनके शरीर में कोर्टिसोल हार्मन कम हो गया।
कौशल्या चौरसिया (46) के ब्रेस्ट कैंसर का ऑपरेशन अप्रेल में हुआ। इसके बाद उन्हें मानसिक और शारीरिक विकार से मुक्त करने के लिए योग थेरैपी दी जा रही है। ३ माह में 50त्न स्वस्थ हैं। वे सामान्य जीवन जी रही हैं।
राजधानी की 40 वर्षीय भूरी बाई गबांदे के ब्रेस्ट कैंसर का ऑपरेशन 16 जनवरी को हुआ। लगातार योग थेरैपी से वह तीन माह में 30त्न स्वस्थ अनुभव करने लगी थीं। अब वह 75 प्रतिशत स्वस्थ हैं।
एम्स की इंट्रा न्यूरॉल अध्ययन का शीर्षक ‘इम्पैक्ट ऑफ इंटीग्रेटेड योगा थेरैपी ऑल हैपीनेस इंडेक्स एम्ड पेन इन ब्रेस्ट कैंसर पेशेंट’ है। अध्ययन अन्वेषक सर्जरी की अतिरिक्त प्रो. स्वागता ब्रह्मचारी हैं।
टीम में डॉ. मुड्डा सोफिया भी हैं।