AIIMS Bhopal: भोपाल एम्स में ब्लड शुगर, लिवर फंक्शन टेस्ट (एलएफटी), किडनी फंक्शन टेस्ट (आरएफटी) सहित कई जांच में हो रही देरी से मरीजों को निजात मिलेगी।
AIIMS Bhopal:भोपाल एम्स में ब्लड शुगर, लिवर फंक्शन टेस्ट (एलएफटी), किडनी फंक्शन टेस्ट (आरएफटी) सहित कई जांच में हो रही देरी से मरीजों को निजात मिलेगी। एम्स ने जैव रसायन विभाग में एक अत्याधुनिक ‘कोबास प्रो एडवांस्ड इंटीग्रेटेड क्लिनिकल बायोकेमिस्ट्री’ उपकरण स्थापित किया है। यह मशीन मप्र के किसी भी सरकारी अस्पताल में स्थापित होने वाली पहली मशीन है। इस मशीन की लागत करीब 3 करोड़ से अधिक है।
इन जांचों में ब्लड शुगर, लिवर फंक्शन टेस्ट , किडनी फंक्शन टेस्ट, हृदय रोग मार्कर, कोलेस्ट्रॉल, थायरॉयड, विभिन्न हार्मोन और कैंसर मार्कर शामिल हैं। एक ही मशीन में इतनी जांच सुविधा उपलब्ध होने से अब और अधिक मरीजों को समय पर और भरोसेमंद जांच का लाभ मिल सकेगा। यह प्रति घंटे 2000 से अधिक परीक्षण करने में सक्षम है, जिससे रिपोर्ट वितरण में काफी तेजी आएगी। यह मशीन एक ही प्लेटफॉर्म पर 230 से अधिक प्रकार की जांचें कर सकती है।
जैव रसायन विभाग के प्रोफेसर डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि कोबास प्रो ई- 800 एक पूरी तरह से एकीकृत जैव रसायन विश्लेषक है। इसे अभिकर्मक किराया मॉडल के तहत एक खुली निविदा प्रक्रिया द्वारा खरीदा गया है। रविवार को हुए उद्घाटन समारोह में सांसद आलोक शर्मा, विवेक तन्खा, और भरत सिंह कुशवाह, कार्यपालक निदेशक प्रो. माधवानन्द कर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहें।