प्रदेश की सभी 29 सीटों पर भाजपा आगे, भाजपा कार्यालय में जश्न तो कांग्रेस में सन्नाटे का माहौल, इस बीच कमलनाथ ने हार स्वीकार करते हुए बड़ा बयान दिया है...
मध्यप्रदेश में भगवा आंधी में कांग्रेस सभी 29 सीटों पर धराशाही होती दिख रही है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने छिंदवाड़ा सीट पर पुत्र नकुलनाथ की हार को स्वीकार कर लिया है। कमलनाथ ने कहा है कि अब जो परिणाम है, सो है। वे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से रवाना हो गए हैं। दूसरी ओर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह भी राजगढ़ सीट पर भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर से लगातार पिछड़ते दिख रहे हैं। दिग्विजय सिंह अभी 25 हजार से ज्यादा वोटों से पीछे हैं। प्रदेश की सभी सीटों पर भाजपा आगे चल रही है।
भाजपा अब सभी 29 सीटों पर आगे है, लेकिन इससे ये सवाल है कि अब किस दिग्गज की जीत सबसे बड़ी होगी। विदिशा सीट पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान करीब 3.11 लाख वोटों से आगे हैं, जबकि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अभी गुना सीट पर करीब 2.20 लाख वोटों से आगे चल रहे हैं। इसी तरह खजुराहो सीट पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा 1.25 लाख वोटों से आगे हैं।
वहीं इंदौर में भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी 2.25 लाख वोटों से आगे हो गए हैं। मुख्य रूप से इन नेताओं की सीटों व जीत के अंतर पर ही अब नजरें टिकी हैं। जीत के अंतर को लेकर सबसे अधिक जिससे उम्मीद हैं, उनमें शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा और ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम आता है। इनकी जीत का अंतर इनके सियासी कद के लिए भी मायने रखेगा।
राजगढ़ सीट पर दिग्विजय सिंह करीब 25 हजार वोट से पीछे हैं। इस सीट पर यदि दिग्विजय हार जाते हैं, तो उनकी हार का अंतर भी मायने रखेगा। इस सीट पर रोडमल नागर के लिए आरएसएस ने काफी मेहनत की थी। इस सीट पर दिग्विजय ने पार्टी के कहने पर चुनाव लड़ा था, जबकि पूर्व में दिग्विजय कह चुके थे कि उनका राज्यसभा का दो साल का कार्यकाल बाकी है इस कारण वे चुनाव नहीं लड़ेगे। लेकिन पार्टी के समीकरणों व रणनीति के तहत बाद में दिग्विजय इस सीट पर चुनाव लडऩे को राजी हो गए थे।