mp weather: रविवार को भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, मंडला, नरसिंहपुर समेत कई जिलों में बारिश हुई, मौसम विभाग ने 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है...।
mp weather: देश के कुछ राज्यों से मानसून की विदाई शुरू हो चुकी है लेकिन मध्यप्रदेश में अभी भी बारिश का सिलसिला जारी है। रविवार को भी भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, मंडला, नरसिंहपुर समेत कई जिलों में बारिश हुई है। इसी बीच मौसम विभाग के मिली जानकारी के मुताबिक अगले 24 घंटों में बंगाल की खाड़ी में एक नया चक्रवात बनने की संभावना है और 25 सितंबर को भी एक और नया चक्रवात बनता नजर आ रहा है जिससे फिर से बारिश की संभावना बढ़ गई है। मौसम विभाग ने रविवार को प्रदेश के 7 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग ने रविवार को अगले 24 घंटों के लिए (सोमवार की सुबह 8.30 बजे तक) जो बुलेटिन जारी किया है उसमें प्रदेश के 7 जिलों बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी और धार में भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। इसी तरह से भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, अलीराजपुर, झाबुआ, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर और पांढुर्ना में झंझावात और वज्रपात की संभावना के चलते येलो अलर्ट जारी किया है।
-- उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे म्यांमार तट पर ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण अब म्यांमार-दक्षिण बांग्लादेश तटों से सटे उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ है और औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक विस्तृत है। इसके प्रभाव में अगले 24 घंटों के दौरान उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
-- 25 सितंबर के आसपास पूर्व-मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक और नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
-- पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए इसके 26 सितंबर के आसपास दक्षिण ओडिशा-उत्तरी आंध प्रदेश के तटों के पास उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक अवदाब क्षेत्र बनने की प्रबल संभावना है। इसके 27 सितंबर के आसपास दक्षिण ओडिशा-उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों को पार करने की प्रबल संभावना है।