राजधानी में ड्रग्स की फैक्ट्री पकड़े जाने पर सियासत गरमाई रही। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा, कितना दुर्भाग्यजनक है कि राजधानी में ड्रग्स की फैक्ट्री चल रही है... जीतू पटवारी का आरोप बिना अधिकारियों के संरक्षण नशे का इतना बड़ा कारोबार संभव ही नहीं...
MP Politics on Drugs: राजधानी में ड्रग्स की फैक्ट्री पकड़े जाने पर रविवार को सियासत गरमाई रही। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा, कितना दुर्भाग्यजनक है कि राजधानी में ड्रग्स की फैक्ट्री चल रही है और एमपी सरकार, पुलिस और इंटेलिजेंस विभाग सो रहा है। भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि एमपी पुलिस और इंटेलीजेंस, गुजरात एटीएस, एनसीबी के संयुक्त ऑपरेशन की सफलता से कांग्रेसियों के पेट में मरोड़ उठ रहा है।
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष सिंह ने कहा है कि संयुक्त ऑपरेशन की सफलता से कांग्रेसियों के पेट में मरोड़ उठ रहा है। मप्र सरकार अन्य राज्य एवं केंद्रीय एजेंसियों के समन्वय से इस तरह के गोपनीय ऑपरेशन संचालित करती रहती है। एमपी की एक इंच धरती पर किसी भी तरह का अनैतिक-अवैधानिक कार्य भाजपा सरकार में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांग्रेस एमपी की पुलिस, इंटेलिजेंस का मनोबल तोडऩे और प्रदेश को बदमान करने के षड्यंत्र में लगी है, यह निंदनीय है।
आइजी आइजी लॉ एंड ऑर्डर अंशुमान सिंह के अनुसार गुजरात व एनसीबी ने मप्र पुलिस से सहयोग मांगा था। हमने दिया। एमपी और भोपाल पुलिस एजेंसियों के संपर्क में है। हम अलग से केस की जांच करेंगे। शुरुआत कर दी है। मंदसौर में भी एक कार्रवाई की है।
आमतौर पर रईस और अय्याशों द्वारा आयोजित रेव पार्टीज में इसका इस्तेमाल होता है। एमडी ड्रग्स सिंथेटिक है। इसका सेवन करने वाला किसी को लेकर बेहद भावुक और संवेदनशील हो जाता है। इसका उपयोग करने वाले को लगता है कि उसकी ऊर्जा अचानक बढ़ गई है। उसका ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। व्यक्ति उत्साहित और आनंदित महसूस करता है।
करीब 6 घंटे तक यह स्थिति रह सकती है। इसे देर तक ठहरने वाला नशा बताया जाता है। लत लगने पर गंभीर बीमारियां होती हैं। मौत हो सकती है।