Saurabh Sharma on Remand: लोकायुक्त ने 7 घंटे तीनों से की पूछताछ, वकील शरद को अस्पताल भेजने की जुगत में थे, कोर्ट ने 4 फरवरी तक रिमांड पर लिया...
Saurabh Sharma on Remand: परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा और राजदार चेतन सिंह गौड़ व शरद जायसवाल से लोकायुक्त ने बुधवार को 7 घंटे पूछताछ की। तीनों ने मेंडोरी में 19 दिसंबर को कार से बरामद 52 किलो सोना और 11 करोड़ नकदी से अपना पल्ला झाड़ लिया। जानकारी ये भी मिल रही है कि तीनों खाना नहीं खा रहे हैं। जिससे शरद की तबियत खराब हो गई। हालांकि उसे कोई गंभीर परेशानी नहीं है।
सौरभ ने कहा, गाड़ी मेरे नाम पर नहीं है। जब नकदी-सोना मिला, मैं नहीं था। चेतन बोला-कार मेरी है, पर मैंने कभी इस्तेमाल नहीं की। कार अविरल कंस्ट्रक्शन के काम में इस्तेमाल होती थी। वहीं शरद भी मुकर गया।
पूछताछ के बाद शरद को लोकायुक्त ने कोर्ट में पेश कर 4 फरवरी तक रिमांड पर लिया है। तीनों से पूछताछ के लिए लोकायुक्त मुख्यालय में तीन विशेष चेंबर बनाए हैं। इनमें पूछताछ के लिए दो-दो अफसरों की टीम लगाई है। इससे पहले मंगलवार रात पूछताछ के बीच शरद को सीने में दर्द हुआ। उसे उल्टी होने लगी तो लोकायुक्त ने हमीदिया में 3 घंटे इलाज कराया।
सौरभ शर्मा
कार मेरे नाम से नहीं है। सोना और नकद किसका है, मुझे नहीं पता। यह जब मिला, तब मैं यहां नहीं था। मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है।
चेतन गौड़
जिस कार में सोना नकदी मिली, वह मेरे नाम से है। मैंने इस्तेमाल नहीं किया। अविरल कंस्ट्रक्शन के काम में इस्तेमाल होती थी। सोनान कदी किसने रखा, नहीं पता।
मैं एक कंपनी डायरेक्टर था। इसमें पूरा लेनदेन एक नंबर में होता था। मेरे पास हिसाब- किसाब है। सोना और नकदी से मेरा कोई संबंध नहीं। मैं उस बारे में कुछ नहीं जानता।
शरद की कोर्ट में पेशी के दौरान उसके वकील सूर्यकांत ने रिमांड पर आपत्ति नहीं ली। लेकिन मेडिकली अनफिट बता अस्पताल में भर्ती कराने पर जोर दिया। कोर्ट ने हमीदिया में हुई जांच और रिपोर्ट के आधार पर पाया कि उसे कोई गंभीर परेशानी नहीं है। इसके बाद रिमांड पर भेजा।
दुबई से अमृतसर, इसके बाद पहुंचा भोपाल पूछताछ में सौरभ ने 41 दिन का हिसाब भी दिया। वह कहां-कहां रहा… बताया है। वह 23 दिसंबर को दुबई से भारत आ गया था। अमृतसर गया, फिर चंडीगढ़ और उत्तराखंड में रहा। इसके बाद गुरुग्राम और दिल्ली के रास्ते भोपाल आया। उसने कहा, लोकेशन ट्रैक न हो, इसलिए एक शहर में दो या दो दिन से ज्यादा नहीं रहा। लोकायुक्त ने सौरभ व पत्नी दोनों को एक साथ पकड़ा है।
तीनों की गिरफ्तारी के बाद अब ईडी व आयकर विभाग भी पूछताछ करेगा। ईडी ने पहले ही शरद को समन भेजा था। इसकी पुष्टि वकील सूर्यकांत ने की है। आयकर कोर्ट से अनुमति लेकर या लोकायुक्त से पत्राचार कर सौरभ का बयान ले सकता है। आयकर मेंडोरी में कार से जब्त 52 किलो सोना और 11 करोड़ नकदी के बारे में पूछताछ करेगा। 18 दिसंबर से आयकर ने जिन बिल्डरों के यहां छापेमारी की, वहां से मिले बेनामी संपत्ति के दस्तावेज के बारे में भी पूछेगा।
सौरभ, शरद और चेतन को सीसीटीवी और लोकायुक्त की निगरानी में कोहेफिजा थाने में रखा गया है। 15 बाय 20 वर्गफीट के लॉकअप में तीनों आम आरोपियों की तरह गद्दे बिछाकर जमीन पर सोए। उनके लिए परिवार के लोग गद्दे और अन्य सामान लेकर पहुंचे, लेकिन लोकायुक्त ने लौटा दी।
जब्त 52 किलो सोने पर दुबई, ऑस्ट्रेलिया, स्विट्जरलैंड की सील है। आयकर पता करेगा सोना भोपाल कैसे आया।
- सौरभ ने इतनी संपत्ति-पैसा कम वक्त में कैसे बनाया?
- इस अकूत संपत्ति के पीछे कितने रसूखदार हैं?
- सौरभ भ्रष्टाचार की काली कमाई कहां-कहां पहुंचाता था?
- चेतन गौड़ के घर मिली चांदी किसकी है?
- फरारी के दौरान सौरभ कहां-कहां रहा, किसने पनाह दी?
- सौरभ के और राजदार कौन-कौन हैं?
- परिवहन में हुई अवैध वसूली में किन अफसरों, नेताओं का हिस्सा है?