भोपाल

रोजी रोटी के लिए जद्दोजहद, विकास के नाम पर हटाया लेेकिन बसाया नहीं, फिर सड़क और फुटपाथों पर विक्रेता

कोलार रोड स्वर्ण जयंती पार्क के पास से हटाए गए गुमठी संचालकों को डेढ़ साल बाद भी नहीं मिली नई जगह

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Nov 26, 2024

भोपाल, शहर के कई क्षेत्रों में हॉकर्स कार्नर की दरकार है। एक ओर शहर में पर्याप्त हॉकर्स कार्नर नहीं है, दूसरी ओर शहर में जहां छोटे विक्रेताओं को जगह दी जाती है, वहां से भी शहर विकास के नाम पर कुछ सालों के बाद उन्हें हटा दिया जाता है। शहर के कोलार रोड चूनाभट्टी के सामने लगभग आठ साल पहले बोर्ड ऑफिस के पास के 22 गुमठियों को विस्थापित किया था। इसके बाद लगभग डेढ़ साल पहले कोलार सिक्सलेन के चलते यहां से इन विक्रेताओं को हटा दिया गया। हटाई गई कई गुमठियां चूनाभट्टी थाने के सामने कबाड़ हो रही है। इसी प्रकार एमपी नगर, न्यू मार्केट जैसे क्षेत्रों में भी इस तरह की िस्थति है।

पहले विस्थापन, फिर हटाया, अब सड़कों पर विक्रेता

एमपी नगर में जिला अंतव्यवसायी की 22 गुमठियों को सौंदर्यीकरण के नाम पर 2013-14 में बोर्ड ऑफिस से न्यू मार्केट में विस्थापित किया गया था। यहां तकरीबन एक साल तक विक्रेताओं ने व्यवसाय किया, इसके बाद इन्हें कोलार रोड स्वर्ण जयंती पार्क के पास बसाया गया। यहां लगभग आठ सालों तक व्यवसायियों की गुमठियां रही। इसके बाद कोलार सिक्सलेन के निर्माण कार्य के चलते यहां से भी डेढ़ साल पहले इन व्यवसायियों को हटा दिया गया।

न्यू मार्केट- यहां से भी आधे से ज्यादा स्टॉल खत्म

शहर के न्यू मार्केट टीन शेड के पास 40 से अधिक स्टॉल संचालित होते थे। वर्ष 2000 के बाद यहां कई फूड स्टॉल लग रहे थे। इसके बाद स्मार्ट सिटी और सड़क निर्माण के चलते इन स्टॉलों को यहां से हटा दिया गया। इसके बाद कुछ विक्रेताओं को जवाहर चौक पर शिफ्ट किया गया था, वहीं कई स्टॉल संचालकों ने अपने कार्नर बंद कर दिए। अब वर्तमान में यहां 10 से 12 स्टॉल संचालित हो रहे हैं। यहां कई कबाड़ हो गए स्टॉल अब भी रखे हुए हैं।

एमपी नगर जोन वन में भी यहीं हाल

शहर के एमपी नगर जोन 1 में भी होटलों वाली लाइन में नगर निगम का पुराना हॉकर्स कार्नर था। यहां पहले कुल 21 दुकाने थे। 2019 में मेट्रो के काम के चलते यहां से विक्रेताओं को बोर्ड ऑफिस के पास शिफ्ट किया गया था। एक साल बाद वहां से भी हटा दिया गया। अब इसमें से कुछ विक्रेता हटाए गए स्थान पर ही फिर से कुछ दुकाने लगा रहे हैं। विक्रेताओं का कहना है कि कई बार निगम से मांग कर चुके हैं, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं देता।

एमपी नगर, न्यू मार्केट, फिर चूनाभट्टी, अब फेरी लगा रहे

तकरीबन 20 साल पहले हम बोर्ड ऑफिस पर अपनी गुमठी लगाते थे, वहां सड़क के सौंदर्यीकरण के चलते हटा दिया गया, इसके बाद रंगमहल न्यू मार्केट के सामने जगह दी गई, वहां से भी हटा दिया। इसके बाद स्वर्ण जयंती पार्क के सामने स्थान दिया था, जहां से हटा दिया। अब घर पर बैठे हैं और फेरी लगाकर मोची का काम करते हैं।

बंशी अहिरवार,

दुकान छोड़कर कर रहे मजदूरी

पहले चाय की गुमठी लगाते थे, बोर्ड ऑफिस से शिफ्ट किया गया था, स्वर्ण जयंती के पास से भी हमे हटा दिया गया। आए दिन इस तरह की परेशानियों के चलते गुमठी लगाना छोड़ दिया, अब मेहनत मजदूरी करते हैं। हमारी गुमठी भी वहीं थाने के सामने रखी हुई है। अब तक कोई स्थान नहीं दिया गया। अधिकारियों और नेताओं की गुहार लगाते थक गए हैं।

भगवानलाल पुरोहित, विक्रेता

प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा

भोज विवि के पास जिला अंतव्यवसायी सरकारी मर्यादित दुकान के तहत अजा, अजजा के विक्रेताओं को स्वर्ण जयंती पार्क के पास स्थान दिया था, यहां 22 गुमठियां संचालित हो रही थी। कोलार रोड के निर्माण के चलते यह कहकर यहां से गुमठियां हटाई गई थी कि नई जगह दी जाएगी, इसे डेढ़ साल से अधिक समय बीत गया है। हम इसके लिए लगातार मांग कर रहे, लेकिन प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा।

महेशनंद मेहर, अध्यक्ष, अजा, अजजा गुमठी व्यवसाय कल्याण समिति

Published on:
26 Nov 2024 11:04 am
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