rain alert 11 january 2025 मध्यप्रदेश में एक बार फिर मौसम बिगड़नेवाला है।
मध्यप्रदेश में एक बार फिर मौसम बिगड़नेवाला है। प्रदेश के पड़ौस में बने चक्रवात और पश्चिमी विक्षोभ के असर से कई जगहों पर बरसात होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने दो दर्जन से ज्यादा जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। अगले 48 घंटे तक मौसम यूं ही बना रहेगा हालांकि अधिकांश जगहों पर बूंदाबांदी ही होगी। इधर बादल छाने से प्रदेश में तेज ठंड से आंशिक राहत भी मिलेगी पर कोहरा भी रहेगा। 2-3 दिनों बाद कड़ाके की सर्दी का दौर फिर शुरू होने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार 11 जनवरी और 12 जनवरी को प्रदेश के 25 जिलों में बूंदाबांदी के आसार हैं। ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर और जबलपुर संभाग में पानी गिरने का अनुमान है।
राजस्थान में सक्रिय चक्रवात और पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदेश में बूंदाबांदी होने और बादल छाए रहने का अनुमान जताया जा रहा है। इससे हवाओं का रुख पूर्वी होने और नमी आने से रात का तापमान बढ़ गया है।
मौसम विज्ञानियों ने बताया कि ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर और जबलपुर संभागों में कई जगहों पर बारिश संभावित है।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान पर प्रेरित चक्रवात बन गया है। इसके चलते हवाओं का रुख पूर्वी हो गया है। इससे रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार राजस्थान पर चक्रवात और पश्चिमी विक्षोभ ने मध्यप्रदेश के मौसम को बदल दिया है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण शनिवार को प्रदेश में आंशिक बादल छा सकते हैं। साथ ही ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में बरसात हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान और अफगानिस्तान के आसपास सक्रिय है। इसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। उत्तर-पश्चिमी भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम बना हुआ है। हवाओं का रुख बदलने से फिलहाल कड़ाके की सर्दी से कुछ राहत मिल सकती है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण दो-तीन दिनों तक बादल छाए रह सकते हैं।