बिलासपुर

मुंगेली स्टील प्लांट हादसा… इंजीनियर समेत 2 मजदूर के शव मिले, परिजनों ने की सरकारी नौकरी व 50 लाख मुआवजे की मांग

Bilaspur News: छत्तीसगढ़ के मुंगेली में हुए स्टील प्लांट हादसे में 4 लोगों की मौत हुई है। 36 घंटे बाद शुक्रवार रात 11 बजे साइलो (लोहे का भारी स्टोरेज टैंक) को हटा लिया गया। इंजीनियर समेत 3 लोगों के शव भी मलबे से निकाले गए।

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Mungeli Accident: मुंगेली जिले के सरगांव थाना क्षेत्र के ग्राम रामाबोड़ में स्थित कुसुम स्मेल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड स्टील प्लांट में गिरे साइलो (लोहे का 200 टन वजनी स्टोरेज टैंक) को 34 घंटे बाद हटाया गया। साइले हटने के 3-4 घंटे बाद शनिवार तड़के इंजीनियर समेत 3 कर्मचारियों के शव राखड़ के ढेर से निकाले गए। इससे पहले इलाज के दौरान एक मजदूर ने दम तोड़ दिया था। इधर पोस्टमार्टम के दौरान बिलासपुर सिम्स में मृतक के परिजनों ने मुआवजा को लेकर हंगामा करते हुए शव लेने से इनकार कर दिया।

स्टील प्लांट में घटना गुरुवार दोपहर 1:30 से 2 बजे हुई थी। साइले हटाने के बाद शनिवार सुबह प्रशासन की टीम ने साइलों के नीचे दबे बिलासपुर निवासी इंजीनियर जयंत साहू, जांजगीर चांपा निवासी फीडर अवधेश कश्यप और बलौदाबाजार निवासी मजदूर प्रकाश यादव के शव को निकाल शनिवार को पोस्टमार्टम के लिए बिलासपुर सिम्स मेडिकल कॉलेज भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया है। दो मृतकों के परिजन 50 लाख रुपए मुआवजे की मांग पर अड़े हैं, जबकि इंजीनियर जयंत साहू के परिजनों ने 1 करोड़ रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग करते रहे।

पीएम के बाद मच्यूरी में रखे हैं 2 शव

दोपहर को मृतकों के परिजन सिम्स में धरने पर बैठ गए और कंपनी तथा प्रशासन पर दबाव बनाने का आरोप लगाया। एहतियात के तौर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासनिक अफसरों ने 15 लाख रुपए मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद परिजन भड़क गए हैं।

पोस्टमार्टम के बाद केवल प्रकाश यादव के शव को ही परिजन लेकर गए जबकि जयंत और अवधेश के परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया है। दो मृतकों के परिजन 50-50 लाख रुपए मुआवजे की मांग कर रहे हैं, जबकि इंजीनियर जयंत साहू के परिजनों ने 1 करोड़ रुपए मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग की है।

झुलसे शवों की कपड़ों से पहचान, डीएनए जांच के लिए भेजा

स्टील प्लांट में गर्म राख से भरे 200 टन वजनी साइलो में दबने से तीनों लोगों के शव बुरी तरह झुलस गए हैं। चेहरा भी समझ नहीं आ रहा था। कपड़ों के माध्यम से उनकी पहचान की गई। प्रशासन की टीम और परिजनों के समझ शवों का पंचनामा किया गया।

इसके साथ ही पीएम के दौरान डॉक्टरों की टीम ने सभी मृतकों के डीएनए सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजा है। गौरतलब है कि शुरुआती जांच के बाद सरगांव पुलिस ने प्लांट के ऑपरेशन मैनेजर अनिल प्रसाद, इंचार्ज अमित केडिया समेत प्लांट के प्रबंधकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। कलेक्टर राहुल देव का कहना है कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल

प्लांट में हुए हादसे का शिकार सरकंडा जबड़ापारा बिलासपुर निवासी इंजीनियर जयंत साहू भी हुए। मूलत: ओडिशा के गंजाम के रहने वाले जयंत परिवार के साथ 10 साल से यहां रहते थे। घटना के बाद पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। बड़ा बेटा आशीष (18 साल) इसी साल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए भोपाल गया है। छोटा बेटा आशुतोष स्थानीय स्कूल में पढ़ रहा है।

मृतक परिवारों को सभी आवश्यक सहयोग प्रदान किए जाएंगे। इस घटना के दोषियों पर जांच के उपरांत सख्त कार्रवाई की जाएगी। - भोजराम पटेल, एसपी मुंगेली

Published on:
12 Jan 2025 08:29 am
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