Shah Rukh Khan: घटना एक्टर के स्कूल के दिनों की है, जब उन्होंने टीचर के होश उड़ा दिए थे। ऐसा काम किया था कि…
Shah Rukh Khan Untold Story: बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान को हाल ही में उनकी फिल्म ‘जवान’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। पर्दे पर अपने किरदारों को बेहद गंभीरता और जुनून के साथ निभाने वाले शाहरुख बचपन में बिल्कुल अलग थे। उस समय वो क्लास बंक करने के लिए हर रोज नए-नए बहाने ढूंढा करते थे।
दिल्ली के राजेंद्र नगर में पले-बढ़े शाहरुख ने अपनी पढ़ाई सेंट कोलंबा स्कूल से की थी। वहीं उन्हें स्कूल का सबसे बड़ा सम्मान ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ भी मिला था। पढ़ाई और प्रतिभा में अव्वल होने के बावजूद, उनकी शरारतें भी कमाल की हुआ करती थीं।
2002 में शाहरुख मशहूर अभिनेता फारूक शेख के टॉक शो ‘जीना इसी का नाम है’ में शामिल हुए थे। इस शो में उनके पुराने स्कूल दोस्त भी मौजूद थे। बातचीत के दौरान उन्हीं दोस्तों ने शाहरुख के बचपन की एक मजेदार किस्सा साझा की, जिसे सुनकर खुद शाहरुख भी ठहाके लगाने लगे।
किंग खान के एक दोस्त ने शेख से बात करते हुए बताया, ''जब हम 11वीं क्लास में थे, तब एक नए टीचर आए थे। उस दिन हम सब क्लास से छुट्टी लेना चाहते थे। इसके लिए शाहरुख ने ऐसा नाटक किया जैसे उन्हें मिर्गी का दौरा पड़ गया हो। इनकी यह एक्टिंग इतनी असली थी कि हम दोस्त लोग भी हैरान रह गए थे।''
उनके दोस्तों ने बताया, ''शाहरुख के मुंह से झाग निकल रहा था, जिससे ऐसा लग रहा था जैसे सच में उन्हें दौरा पड़ा हो। फिर हमने मिलकर उनको अपने कंधों पर उठाया और क्लास से बाहर ले गए। इसके बाद हम तीन घंटे तक क्लास में नहीं गए। मजेदार बात यह भी है कि एक दोस्त टीचर का जूता लेकर आ गया था, जिससे हम आराम से घूमने में कामयाब रहे।''
शाहरुख खान ने उस घटना के बारे में कहा कि वे और उनके दोस्त स्कूल के दिनों में ऐसी शरारतें खूब करते थे। यह उनकी जिंदगी का एक मजेदार हिस्सा था, जो अब यादगार बन गया है।
निर्देशक एटली की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'जवान' में शाहरुख खान ने दर्शकों को खूब लुभाया है। इस फिल्म में वह पिता और बेटे की दोहरी भूमिका में नजर आए हैं। फिल्म में उनके साथ नयनतारा और विजय सेतुपति भी नजर आए। फिल्म की कहानी एक ऐसे जेलर के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक महिला जेल की देखभाल करता है और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ता है। इस किरदार ने लोगों को काफी प्रभावित किया और शाहरुख के अभिनय की खूब तारीफ हुई।