सप्तीजा गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय को आवंटित भूमि से अतिक्रमण हटाने के मामले में ग्रामीणों ने प्रशासन पर न्यायालय के आदेशों की पालना नहीं करने का आरोप लगाया है। वहीं कार्यरत अध्यापिका ललिता भाटिया के निलंबन करने का विरोध कर हुए अपने सिर के बाल मुंडवाकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
तालेड़ा. सप्तीजा गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय को आवंटित भूमि से अतिक्रमण हटाने के मामले में ग्रामीणों ने प्रशासन पर न्यायालय के आदेशों की पालना नहीं करने का आरोप लगाया है। वहीं कार्यरत अध्यापिका ललिता भाटिया के निलंबन करने का विरोध कर हुए अपने सिर के बाल मुंडवाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि बूंदी न्यायालय के आदेश के अनुसार अतिक्रमण हटाया जाना था।
विद्यालय के लिए 5 बीघा भूमि जिला कलक्टर द्वारा आवंटन की गई है। उस पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर बूंदी जिला न्यायालय द्वारा जारी आदेश के तहत अतिक्रमण हटाकर विद्यालय के लिए आवंटित भूमि खाली करने के आदेश दिए गए थे।आदेश की प्रति सचिवालय एवं जिला कलक्टर को भेजी गई थी।आदेश के तहत प्रशासन द्वारा 10 जुलाई को अतिक्रमण हटाने में अनियमितता करने व अध्यापिका को निलंबित करने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध किया। ग्रामीणों ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रशासन द्वारा पक्षपात किया गया एवं संस्था प्रधान पर दबाव बना कर हस्ताक्षर कराने को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया, जिसकी शिकायत 11 जुलाई को जिला कलक्टर कार्यालय पहुंचकर दी गई। कार्रवाई नहीं होने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने विद्यालय के तालाबंदी भी कर चुके है। सुरेंद्र मीना, प्रवीन माली, पप्पू माली,महावीर मीना,राजाराम मीना सहित अन्य सात जनों ने मुंडन करवाया है।
लोकसभा अध्यक्ष को सौंपी शिकायत
सप्तीजा के ग्रामीणों ने प्रशासन की कार्रवाई से आक्रोशित होकर बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कोटा कैम्प कार्यालय टैक्टर ट्रॉलियों में भर कर पहुंचे, जहां पर प्रशासन की कार्रवाई पर नाराजगी जताई गई। तथा अध्यापिका के निलंबन पर रोक तथा निर्धा ंरित स्थान से अतिक्रमण नहीं हटाने कर दूसरी जगह कार्रवाई करने का आरोप भी लगाया।
बच्चों को नहीं भेज रहे स्कूल
राजकीय प्राथमिक विद्यालय सप्तीजा में 10 जुलाई से छात्रों की पढ़ाई से वंचित हो रहे हैं।अध्यापिका को निलंबित होने ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन से विद्यालय में छात्रों को अभिभावक नहीं भेज रहे है।इसके बाद भी शिक्षा विभाग कोई उचित कदम नहीं उठा पा रहा है।
न्यायालय के आदेश पर सप्तीजा गांव के विद्यालय की जिला कलक्टर द्वारा आवंटित भूमि पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई थी इस दौरान पक्के मकानों को छोडकऱ अतिक्रमण हटाया गया था। इसी को लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी की थी।
मनीष मीना, तहसीलदार तालेड़ा।
जिला न्यायालय से विद्यालय की भूमि से अतिक्रमण हटाने केआदेश दिए गए थे, लेकिन प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर जिस जगह का अतिक्रमण हटाना था, उस जगह का नहीं हटाया, वहीं मुझ पर प्रशासन के उपखंड अधिकारी व तहसीलदार ने भूमि को बिना अतिक्रमण मुक्त कराए ही दबाव बनाकर हस्ताक्षर कराने की कोशिश की गई। मना करने पर उपखंड अधिकारी के पत्र पर जिला शिक्षा अधिकारी ने उसे निलंबित का आदेश कर
दिया गया।
ललिता भाटिया, तत्कालीन, प्रधानाध्यापिका, राजकीय प्राथमिक विद्यालय सप्तीजा ब्लॉक तालेड़ा।