कार या बाइक्स के बढ़ते चलन के साथ पेट्रोल-डीजल के प्रयोग एवं इससे जुड़ी समस्याएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। अक्सर इसकी मात्रा या गुणवत्ता को लेकर उपभोक्ता शिकायत करते नजर आते हैं।
कार या बाइक्स के बढ़ते चलन के साथ पेट्रोल-डीजल के प्रयोग एवं इससे जुड़ी समस्याएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। अक्सर इसकी मात्रा या गुणवत्ता को लेकर उपभोक्ता शिकायत करते नजर आते हैं। उपभोक्ता ऐसी शिकायतों का आसानी से समाधान करवा सकते हैं।
इसके लिए सभी पेट्रोल पंपों पर यह सुनिश्चित किया गया है कि उपभोक्ता पेट्रोल-डीजल की गुणवत्ता व मात्रा की मौके पर ही जांच कर सकें। माप की जांच के लिए पेट्रोल पंप पर एक 5 लीटर का स्टैंडर्ड माप रखा जाता है, जिससे पेट्रोल-डीजल की मात्रा जांच सकते हैं।
इसी प्रकार लिटमस पेपर के माध्यम से पेट्रोल की गुणवत्ता भी मौके पर जांच सकते हैं। पेट्रोल पंप पर उपभोक्ताओं के लिए वाहनों में हवा भरवाने की नि:शुल्क व्यवस्था, शौचालय व पीने के पानी की व्यवस्था करना भी जरूरी है। साथ ही फस्र्ट एड चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध होनी चाहिए।
पेट्रोल पंप के सम्बन्ध में शिकायत के लिए अधिकारी का नाम व मोबाइल नंबर प्रदर्शित किया जाना भी जरूरी है। इस सम्बन्ध में उपभोक्ता हेल्पलाइन, संबंधित कंपनी, लीगल मेट्रोलॉजी विभाग व उपभोक्ता आयोग में भी शिकायत दर्ज कर सकता है।
-डॉ. अनन्त शर्मा
नेशनल चेयरमैन, कंज्यूमर कॉन्फेडरेशन