यह कहानी बताती है कि कैसे अभिषेक बच्चन ने फिल्मों के साथ-साथ स्पोर्ट्स, स्टार्टअप्स और रियल एस्टेट में स्मार्ट निवेश करके अपना मल्टी-करोड़ों का बिजनेस साम्राज्य खड़ा किया।
फिल्मों के एक्टर्स अब सिर्फ फिल्में नहीं करते, वो अब आंत्रप्रेन्योरशिप की ओर भी तेजी से बढ़े हैं. क्योंकि हर एक्टर के लिए फिल्मी करियर हमेशा ही एक स्टेबल बिजनेस बना रहे, ये जरूरी नहीं है. अभिषेक बच्चन उन स्मार्ट और सफल आंत्रप्रेन्योर्स में से एक हैं, जिन्होंने ये बहुत पहले ही समझ लिया कि सिर्फ फिल्मों में काम करके वो सफल नहीं हो सकते, फिल्मों की कामयाबी बहुत अनिश्चित और थोड़े समय के लिए होती है. उन्हें चाहिए था कुछ ऐसा बिजनेस जो उनकी संपत्ति को लगातार बढ़ाए और अच्छा प्रॉफिट कमाकर दे. इसलिए उन्होंने फिल्मों से अलग कुछ बिजनेसेज में निवेश किया. जिसमें स्पोर्ट्स और रियल एस्टेट में निवेश शामिल हैं. अभिषेक और उनके पिता अमिताभ बच्चन अक्सर बड़े रियल एस्टेट सौदों से भी जुड़े रहते हैं, जैसे कि अयोध्या में उन्होंने काफी प्रॉपर्टीज में निवेश किया है.
अभिषक का पहला बड़ा निवेश था कबड्डी टीम ‘जयपुर पिंक पैंथर्स’ खरीदना, जो उनके लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ. कबड्डी लीग में उनकी टीम ने दो बार चैम्पियनशिप जीती। मगर, अभिषेक कहते हैं कि ये फैसला उनके लिए “अंधेरे में तीर चलाने” जैसा था। यू-ट्यूबर और आंत्रप्रेन्योर राज शमानी के साथ एक पुराने इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उनकी टीम बहुत कम बजट में बनाई गई थी। अभिषेक ने कहा कि मुझे पूरा यकीन था कि लोग इसको जरूर देखना चाहेंगे ये चीज जरूर चलेगी। आज टीम से मिलने वाला रिटर्न उनके शुरुआती निवेश का 100 गुना है। बीच में ये खबरें भी आईं थी कि अभिषेक टीम में अपनी हिस्सेदारी कम करने की सोच रहे हैं, लेकिन उन्होंने इससे इनकार करते हुए अटकलों को खत्म कर दिया।
ET को दिए एक इंटरव्यू में अभिषेक ने बताया, “मैं तभी हिस्सेदारी कम करुंगा जब मुझे लगेगा कि मैं इसे आगे फंड नहीं कर पाऊंगा। कबड्डी मेरे दिल के बेहद करीब है, और जब तक मुझे लगेगा कि मैं और मेरा फैमिली ऑफिस इसे चला और फंड कर सकते हैं, मैं इसे 100% अपने पास ही रखूंगा।” इसी इंटरव्यू में अभिषेक ने बताया कि लीग की सभी कबड्डी टीमें आज 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की वैल्यू रखती हैं, और उनका शुरुआती निवेश अब तक 100 गुना बढ़ चुका है।
आखिर क्यों अभिषेक ने फिल्मों से अलग कोई और बिजनेस करने की सोची। एक समिट के दौरान अभिषेक बताते हैं कि मेरे पिता की पीढ़ी के लोग काम में इतने व्यस्त रहते थे क्योंकि वही उनकी कमाई का इकलौता ज़रिया था, लेकिन आज के दौर में एक्टर फिल्मों को अपना मुख्य जरिया बनाकर रख सकता है, लेकिन कमाई का इकलौता जरिया नहीं बना सकता. मैंने भी यही कोशिश की है, क्योंकि इससे मुझे वह आज़ादी मिलती है कि मैं अपनी पसंद की फ़िल्में कर सकूं और उन्हें ज़रूरत के हिसाब से ज्यादा किफायती बना सकूं। यह सुनने में जोखिम जैसा लगता है, लेकिन मुझे अपना घर चलाने का दबाव नहीं रहता।”
इसी बातचीत के दौरान अभिषेक एक मजेदार किस्सा शेयर करते हैं कि कैसे टीम का नाम जयपुर पिंक पैंथर्स रखा गया. वो बताते हैं कि बचपन में उनके पिता उन्हें मज़ाक में “टाइगर” कहकर चिढ़ाते थे। एक दिन छोटे अभिषेक ने पलटकर उन्हें “पैंथर” कह दिया। बचपन की ये बात उन्हें तब याद आई जब वो अपनी टीम का नाम रखने की सोच रहे थे. कबड्डी से उनका लगाव भी अमिताभ बच्चन से ही जुड़ा है। वो बताते है कि कबड्डी में उनकी दिलचस्पी तब हुई जब उन्होंने अपने पिता को फ़िल्म गंगा की सौगंध (1978) में यह खेल खेलते हुए देखा था।
अंधेरे में चलाया गया यह तीर चल गया, क्योंकि लीग के पहले ही सीज़न में प्रो कबड्डी लीग ने 43.5 करोड़ दर्शक जुटाए। दस साल बाद भी, सिर्फ शुरुआती 90 मैचों में 22,6 करोड़ दर्शक जुड़े, और IPL के बाद यह सबसे ज़्यादा देखा जाने वाला खेल बना रहा। यही वजह है कि क्रिकेट के अलावा सिर्फ यही एक ऐसा खेल है जिसने हर सीज़न में 20 करोड़ से ज़्यादा दर्शकों को लगातार बनाए रखा। उनका दूसरा बड़ा स्पोर्ट्स इन्वेस्टमेंट फुटबॉल टीम चेन्नईयन FC है। इंडियन सुपर लीग (ISL) भी दर्शकों के मामले में शानदार प्रदर्शन कर रही है। पिछले सीज़न में लीग ने 163 मैचों में 19 लाख से अधिक लाइव दर्शक जुटाए, और 39% रेवेन्यू ग्रोथ के साथ यह प्रॉफिट में भी पहुंच गई।
अभिषेक बच्चन ने अपने पिता के साथ मिलकर 2015 में Meridian Tech नाम की एक टेक कंपनी में निवेश किया था। सिंगापुर की इस कंपनी में बच्चन परिवार ने 2.24 करोड़ रुपये लगाए थे, जो सिर्फ ढाई साल में बढ़कर 105 करोड़ रुपये (11.7 मिलियन डॉलर) हो गए। अभिषेक ने Naagin, Vahdam Tea और Zepto जैसी कंपनियों में भी निवेश किया है।
रियल एस्टेट में बच्चन परिवार ने काफी बड़े-बड़े निवेश किए हुए हैं. अकेले मुंबई में ही बच्चन परिवार ने कुल मिलाकर 219 करोड़ रुपये का निवेश किया है। हाल ही में अभिषेक ने बोरिवली में 15.4 करोड़ रुपये में छह अपार्टमेंट खरीदे। इसके अलावा, मुलुंड में भी दस प्रॉपर्टीज हैं. जिससे पिछले साल परिवार के रियल एस्टेट पोर्टफोलियो की वैल्यू 100 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई.