Global Equity Market: 2025 में भारतीय शेयर बाजार ने उछाल हासिल की सेंसेक्स और निफ्टी में 13.1% और 13.9% की बढ़त साथ ही बीएसई मिडकैप, स्मॉलकैप, और निफ्टी माइक्रोकैप में 20.7%, 26.2%, और 24.1% की वृद्धि देखने को मिली।
Indian Share Market: भारतीय शेयर बाजार ने मार्च 2025 से लेकर अब तक 13% से अधिक की उछाल दर्ज की है। सेंसेक्स और निफ्टी 50 ने क्रमशः 13.1% और 13.9% की बढ़त हासिल की, जबकि बीएसई मिडकैप, स्मॉलकैप, और निफ्टी माइक्रोकैप में 20.7%, 26.2%, और 24.1% की जोरदार वृद्धि देखी गई। इस तेजी के साथ, बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 4.35 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 5.33 ट्रिलियन डॉलर हो गया, जो 21.8% की वृद्धि है। यह दुनिया के टॉप 10 इक्विटी बाजारों में सबसे अधिक है।
मार्च 2025 से अब तक भारत के बाद जर्मनी, कनाडा, और हॉन्गकॉन्ग के बाजारों में सबसे ज्यादा मार्केट कैप वृद्धि दर्ज की गई। वहीं, अमेरिकी बाजार में 2.5% और चीनी बाजार में 1.9% की बढ़त देखी गई।
| देश | मार्केट कैप वृद्धि (%) | मार्केट कैप (ट्रिलियन USD) |
|---|---|---|
| भारत | 21.8% | 5.33 |
| जर्मनी | 7.9% | 3.0 |
| कनाडा | 6.5% | 3.6 |
| हॉन्गकॉन्ग | 7.3% | 6.3 |
| अमेरिका | 2.5% | 52.9 |
| चीन | 1.9% | 10.5 |
निवेशकों का भरोसा: अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता और एशियाई बाजारों में तेजी ने भारतीय बाजार को सपोर्ट किया।
आईटी सेक्टर की अगुवाई: बुधवार (11 जून, 2025) को सेंसेक्स 123 अंक चढ़कर 82,515 पर और निफ्टी 0.15% की बढ़त के साथ 25,141 पर बंद हुआ। आईटी शेयरों में मजबूती ने बाजार को हरे निशान में रखा।
मिड और स्मॉलकैप का प्रदर्शन: बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप ने क्रमशः 20.7% और 26.2% की उछाल दर्ज की, जो निवेशकों के लिए आकर्षक रिटर्न का संकेत है।
तेजी के बावजूद, भारतीय बाजार का वैल्यूएशन फिर से ऊंचाई पर पहुंच गया है। कोटक इक्विटीज के अनुसार, फाइनेंशियल्स को छोड़कर अधिकांश सेक्टर ओवरवैल्यूड हैं, जिससे जोखिम बढ़ गया है। एनालिस्ट्स ने अर्निंग्स अनुमानों को डाउनग्रेड करना शुरू कर दिया है।
एसीई म्यूचुअल फंड और फंड्स इंडिया रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, लंबी अवधि के निवेशकों को भारतीय बाजार में शानदार रिटर्न मिला है:
10-11 साल तक निवेश करने पर 80% मामलों में पैसा तीन गुना बढ़ा।
15 साल तक निवेश करने पर 87% मामलों में पैसा पांच गुना बढ़ा।
| वृद्धि | लगने वाला समय |
|---|---|
| दोगुना | 6-7 साल |
| तीन गुना | 10-11 साल |
| चार गुना | 12-13 साल |
| पांच गुना | 15 साल |
पीएल कैपिटल के विक्रम कासट के अनुसार, निफ्टी 24,940 के सपोर्ट लेवल पर मजबूत है, जबकि 25,190 पर रेसिस्टेंस दिख रहा है। बाजार में पिछले कुछ सत्रों में मजबूत तेजी देखी गई है, जो इसे रेंज के ऊपरी स्तर की ओर ले जा रही है।
लंबी अवधि का नजरिया: ऐतिहासिक डेटा से पता चलता है कि 10-15 साल तक निवेश करने से जोखिम कम होता है और रिटर्न कई गुना बढ़ सकता है।
सावधानी बरतें: ओवरवैल्यूएशन के कारण मिड और स्मॉलकैप में चुनिंदा निवेश करें। फाइनेंशियल्स और आईटी जैसे सेक्टर अभी भी आकर्षक दिख रहे हैं।
विविधीकरण: जोखिम को कम करने के लिए पोर्टफोलियो में विविधता लाएं।