जिला सचिवों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर चुनावी तैयारियों का औपचारिक आगाज चेन्नई. 2026 तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एआइएडीएमके) ने अपनी राजनीतिक गतिविधियां तेज कर दी हैं। विपक्ष के नेता और पार्टी महासचिव एडपाडी के. पलनीस्वामी ने जिला सचिवों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर चुनावी तैयारियों का औपचारिक […]
जिला सचिवों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर चुनावी तैयारियों का औपचारिक आगाज
चेन्नई.
2026 तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एआइएडीएमके) ने अपनी राजनीतिक गतिविधियां तेज कर दी हैं। विपक्ष के नेता और पार्टी महासचिव एडपाडी के. पलनीस्वामी ने जिला सचिवों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर चुनावी तैयारियों का औपचारिक आगाज किया। यह बैठक ऐसे समय में हुई जब राज्यभर में गठबंधन वार्ता और राजनीतिक गतिविधियां तेज हो रही हैं। पलनीस्वामी ने पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, आगामी महीने निर्णायक हैं, सभी को पूरी प्रतिबद्धता के साथ जमीनी स्तर पर पार्टी की मौजूदगी मजबूत करनी होगी।” उन्होंने जिला सचिवों को निर्देश दिया कि वे जनता के बीच पहुंचकर डीएमके सरकार की विफलताओं और प्रशासनिक चूकों को उजागर करें और लोगों की शिकायतों को उचित मंच तक पहुंचाएं।
इन गतिविधियों के बीच गठबंधन संबंधी चर्चा में भी तेजी
पलनीस्वामी ने संगठनात्मक अनुशासन पर जोर देते हुए कहा आगामी विधानसभा चुनाव में एआइएडीएमके के पक्ष में एक भी वोट न छूटे, इसकी जिम्मेदारी सभी कार्यकर्ताओं की है। उन्होंने पार्टी समर्थकों का नाम मतदाता सूची से बाहर न रहे इसके लिए विशेष मतदाता सूची संशोधन (एसआइआर) की निगरानी के लिए भी निर्देश दिया। जिला इकाइयों को निर्वाचन क्षेत्रवार आकलन करके संभावित विजेता उम्मीदवारों के नाम भेजने को कहा गया है, जिससे उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया जल्द शुरू हो सके। इन गतिविधियों के बीच गठबंधन संबंधी चर्चाएं भी तेज हो गई हैं। एआइएडीएमके का भाजपा और टीएमसी के साथ गठबंधन बरकरार है, हालांकि सीट बंटवारे का अंतिम फैसला अभी नहीं हुआ है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल 4 जनवरी को चेन्नई में
केंद्रीय मंत्री और तमिलनाडु भाजपा चुनाव प्रभारी पीयूष गोयल 4 जनवरी को चेन्नई पहुंचेंगे। वे एडपाडी के. पलनीस्वामी के साथ सीट बंटवारे, गठबंधन विस्तार और चुनावी रणनीति पर विस्तार से चर्चा करेंगे। चुनाव नजदीक आते ही एआइएडीएमके संगठन को मजबूत करने, गठबंधन को सशक्त बनाने और खुद को डीएमके गठबंधन के मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में प्रस्तुत करने की दिशा में तेजी से कदम उठा रही है।