चेन्नई. केवल छह वर्ष की आयु में रयानिका शिवराम ने शतरंज जगत में इतिहास रच दिया है। चेन्नई की इस बाल प्रतिभा ने फिडे विश्व शतरंज रैंकिंग में 9वां स्थान प्राप्त कर तमिलनाडु तथा भारत का गौरव बढ़ाया है। रयानिका तमिलनाडु की अपनी आयु वर्ग की नंबर 1 खिलाड़ी बनी हैं। राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय […]
चेन्नई.
केवल छह वर्ष की आयु में रयानिका शिवराम ने शतरंज जगत में इतिहास रच दिया है। चेन्नई की इस बाल प्रतिभा ने फिडे विश्व शतरंज रैंकिंग में 9वां स्थान प्राप्त कर तमिलनाडु तथा भारत का गौरव बढ़ाया है। रयानिका तमिलनाडु की अपनी आयु वर्ग की नंबर 1 खिलाड़ी बनी हैं। राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय बालिकाओं में उनका स्थान द्वितीय है। 1429 की फिडे रेटिंग के साथ वे विश्व की सबसे कम आयु की शीर्ष 10 (9वां स्थान) महिला खिलाड़ियों में शामिल हुई हैं। मात्र छह वर्ष की आयु में फिडे विश्व रेटिंग प्राप्त करने वाली तमिलनाडु की सबसे कम उम्र की बालिका बनीं। स्क्वेयर वन चेस अकादमी के राहुल, चेन्नई चेस क्लब के वरुण एवं उनके मार्गदर्शक सरवनन ने रयानिका को असाधारण प्रतिभा बताया।
भविष्य में भारत की सबसे आशाजनक चैंपियनों में से एक होंगी
उन्होंने कहा कि रयानिका की दृष्टि अद्वितीय है और वह भविष्य में भारत की सबसे आशाजनक चैंपियनों में से एक होंगी। यहां उनके सम्मान में आयोजित समारोह में ग्रैंडमास्टर सुंदरराजन किडाम्बी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने रयानिका को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा कि बच्चों में शतरंज की बढ़ती लोकप्रियता देखकर उन्हें अत्यंत आनंद और गर्व का अनुभव हुआ।