राज्यसभा चुनाव से पहले DMK ने नए सहयोगियों को जोड़ने की रणनीति बनाई, छह सीटें खाली
तमिलनाडु में आगामी राज्यसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। छह राज्यसभा सीटों के खाली होने से पहले DMK ने गठबंधन विस्तार की रणनीति पर काम तेज कर दिया है, जिससे विपक्ष की निगाहें भी पार्टी की अगली चाल पर टिक गई हैं।
तमिलनाडु की छह राज्यसभा सीटें 1 अप्रैल 2026 को खाली होने जा रही हैं। इनमें DMK के एनआर एलंगो, पी. सेल्वारासु, तिरुचि शिवा, कनीमोझी सोमु और AIADMK के एम. थंबीदुरई, जीके वासन शामिल हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, एनआर एलंगो और तिरुचि शिवा के फिर से नामांकित होने की संभावना है। बाकी दो सीटों के लिए अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष एमके स्टालिन लेंगे।
राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए 34 विधायकों का समर्थन जरूरी है। मौजूदा विधानसभा के आंकड़ों के हिसाब से DMK को चार और AIADMK को दो सीटें मिलने की संभावना है। DMK संगठन सचिव आरएस भारती ने कहा, "हमारी पार्टी मौजूदा बहुमत के साथ आसानी से सीटें जीत सकती है। नेता ही फैसला करेंगे।" पार्टी नेतृत्व नए सहयोगियों को जोड़ने की संभावनाएं तलाश रहा है, जिसमें DMDK और PMK के रामदास गुट को गठबंधन में शामिल करने की चर्चा है। PMK फिलहाल आंतरिक नेतृत्व विवादों से गुजर रही है, जबकि DMDK ने लोकसभा चुनाव में राज्यसभा सीट का वादा पूरा न होने के चलते AIADMK से दूरी बना ली थी।
इसी बीच, DMK के नेतृत्व में 107 इंडिया गठबंधन सांसदों ने मद्रास हाईकोर्ट के जज जी आर स्वामीनाथन के खिलाफ महाभियोग का नोटिस लोकसभा अध्यक्ष को सौंपा है। आरोप है कि उनके आदेश निष्पक्षता और संविधान के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों का उल्लंघन करते हैं। यह विवाद तिरुपुरमकुंड्रम मंदिर के दीपस्तंभ पर दीया जलाने की अनुमति को लेकर सामने आया है।