यह हाई-स्पीड आधुनिक ट्रेन 11 नवम्बर 2025 से नियमित रूप से सप्ताह में छह दिन (गुरुवार को छोड़कर) चलेगी।यह ट्रेन न केवल दो धार्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों बनारस और खजुराहो को जोड़ेगी, बल्कि इसके माध्यम से चित्रकूट, बांदा, महोबा और बुंदेलखंड क्षेत्र की कनेक्टिविटी में भी बड़ा सुधार होगा।
रेल मंत्रालय भारत सरकार ने बनारस और खजुराहो के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 26506/26505) के नियमित संचालन की औपचारिक स्वीकृति दे दी है। यह हाई-स्पीड आधुनिक ट्रेन 11 नवम्बर 2025 से नियमित रूप से सप्ताह में छह दिन (गुरुवार को छोड़कर) चलेगी।यह ट्रेन न केवल दो धार्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों बनारस और खजुराहो को जोड़ेगी, बल्कि इसके माध्यम से चित्रकूट, बांदा, महोबा और बुंदेलखंड क्षेत्र की कनेक्टिविटी में भी बड़ा सुधार होगा। रेल प्रशासन के अनुसार, इस मार्ग पर वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन क्षेत्र के तीर्थ, शिक्षा, व्यापार और पर्यटन को नई ऊर्जा देगा।
बनारस जहां भारतीय आध्यात्मिकता का केंद्र है, वहीं खजुराहो भारतीय कला और स्थापत्य की पहचान है। इन दोनों शहरों के बीच सीधा और तेज़ रेल संपर्क लंबे समय से प्रतीक्षारत था। नई वंदे भारत एक्सप्रेस इन दोनों ऐतिहासिक स्थलों को मात्र सात घंटे 50 मिनट में जोड़ देगी, जिससे पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को बड़ा लाभ मिलेगा। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, इस ट्रेन के शुरू होने से काशी और खजुराहो के बीच धार्मिक पर्यटन में वृद्धि होगी और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और व्यवसाय के नए अवसर पैदा होंगे।
नई वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह 05:15 बजे बनारस से रवाना होकर निम्नलिखित स्टेशनों पर ठहरेगी —
1. विन्ध्याचल (06:55 / 06:57)
2. प्रयागराज छिवकी (08:00 / 08:05)
3. चित्रकूटधाम कर्वी (10:05 / 10:07)
4. बांदा (11:08 / 11:10)
5. महोबा (12:08 / 12:10)
6. खजुराहो (13:10 आगमन)
वापसी यात्रा में यह ट्रेन 15:20 बजे खजुराहो से रवाना होकर निम्न स्टेशनों पर रुकेगी
1. महोबा (16:18 / 16:20)
2. बांदा (17:13 / 17:15)
3. चित्रकूटधाम कर्वी (18:13 / 18:15)
4. प्रयागराज छिवकी (20:20 / 20:25)
5. विन्ध्याचल (21:10 / 21:12)
6. बनारस (23:10 आगमन)
इस नई वंदे भारत एक्सप्रेस में अत्याधुनिक तकनीक, बेहतर सुरक्षा प्रणाली और आरामदायक सीटिंग व्यवस्था की सुविधा दी गई है। ट्रेन में केंद्रीकृत नियंत्रण प्रणाली, जीपीएस आधारित सूचना डिस्प्ले, ऑटोमेटिक दरवाजे और बेहतर एर्गोनॉमिक डिजाइन जैसी आधुनिक सुविधाएं यात्रियों को तेज़ और सुरक्षित यात्रा अनुभव प्रदान करेंगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह ट्रेन खजुराहो के साथ-साथ चित्रकूटधाम, बांदा और बुंदेलखंड जैसे ऐतिहासिक एवं तीर्थ स्थलों को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान देगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस के नियमित संचालन से स्थानीय व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आने की उम्मीद है। पर्यटन से जुड़ी होटल, ट्रैवल एजेंसी और परिवहन सेवाओं को नया विस्तार मिलेगा। साथ ही छात्रों और दैनिक यात्रियों को भी तेज़ और आरामदायक सफर का विकल्प प्राप्त होगा।